सर्वोच्च न्यायालय ने 11 मई 2023 को राज्य में सत्ता संघर्ष पर अपना फैसला सुना दिया। न्यायालय ने प्रदेश के16 विधायकों की अयोग्यता का फैसला विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा है। उसके बाद राज्य की राजनीति में घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। आगामी चुनाव के मुद्दे पर हर दल की बैठकें शुरू हो गई हैं। ऐसे में ठाकरे गुट की ओर से ‘महा प्रबोधन’ यात्रा शुरू की गई है। इसी बीच ठाकरे गुट के बीच विवाद शुरू हो गया। उनके बीच का यह आंतरिक विवाद अब चर्चा का विषय बन गया है।
अप्पासाहेब जाधव के दावे को सुषमा अंधारे ने किया खारिज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीड के जिलाध्यक्ष ने सुषमा अंधारे को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। ठाकरे समूह के जिला प्रमुख अप्पासाहेब जाधव ने दावा किया कि सुषमा अंधारे पदाधिकारियों से पैसे मांग रही थीं। अप्पासाहेब जाधव ने सार्वजनिक रूप से कहा कि इस बात को लेकर हम दोनों के बीच झगड़ा हो गया, उस समय मैंने सुषमा अंधारे को दो थप्पड़ जड़ दिए। हालांकि अप्पासाहेब जाधव के इस दावे को सुषमा अंधारे ने खारिज कर दिया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसकी खूब चर्चा हो रही है। इस तरह के घटनाक्रम के बीच एक रात मातोश्री से अप्पासाहेब जाधव के निष्कासन का आदेश जारी कर दिया गया है। बीड के संपर्क प्रमुखों पर भी कार्रवाई की गई है।
संजय राउत ने कहाः
इस बीच ठाकरे गुट के प्रवक्ता संजय राउत ने सुषमा अंधारे और अप्पासाहेब जाधव विवाद पर कहा है कि मामले में कार्रवाई की गई है। जाधव को पार्टी से निकाल दिया गया है। इसके साथ ही पार्टी के कुछ अन्य स्थानीय पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की गई है।
यह है मामला
20 मई को बीड में ठाकरे समूह द्वारा महाप्रबोधन यात्रा का आयोजन किया गया है। इस पृष्ठभूमि में, सुषमा अंधारे ने 18 मई को कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया। उस समय उपजिला प्रमुख गणेश वरेकर और जिला प्रमुख अप्पासाहेब जाधव के कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। इस पूरे हंगामे के बीच वारेकर के कार्यकर्ताओं ने अप्पासाहेब जाधव की कार के शीशे तोड़ दिए। इसके बाद अप्पासाहेब जाधव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया।
रोजगार की गारंटी के लिए जेपी नड्डा ने युवाओं को दी ये सलाह
वीडियो जारी कर सुषमा पर लगाया आरोप
इस वीडियो में अप्पासाहेब जाधव ने सुषमा अंधारे पर आरोप लगाया, “सुषमा अंधारे बीड जिले में बहुत बदमाशी कर रही हैं। हमारे पदाधिकारियों से पैसे की मांग कर रही हैं। वे अपने कार्यालयों में एसी, फर्नीचर और सोफा लगवाने के लिए पदाधिकारियों से पैसे की मांग कर रही हैं। सुषमा अंधारे ने मेरे जिला प्रमुख पद को भी बिक्री के लिए रखा है। मैंने खून से सींचकर पार्टी को बढ़ाया। दिन-रात एक कर बच्चों के निवाला छीनकर पार्टी को बढ़ाने के लिए पैसे खर्च किए और काम किया। लेकिन सुषमा को इससे कोई लेना-देना नहीं है। इस बात को लेकर हमारे बीच झगड़ा हो गया और मैंने उसे दो थप्पड़ जड़ दिए।”