पैगंबर मुहम्मद पर कथित रूप से विवादास्पद बयान देने को लेकर जहां भाजपा विधायक टी राजा सिंह को गिरफ्तार किए जाने के बाद न्यायालय से जमानत मिल गई है, वहीं पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी कर 10 दिनों में जवाब मांगा है।
तेलंगाना के भारतीय जनता पार्टी विधायक टी.राजा सिंह को पैगंबर मोहम्मद पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। मुस्लिम समुदाय ने इसे पैगंबर का अपमान बताया है। मुसलमानों ने हैदराबाद के पुलिस आयुक्त के कार्यालय के बाहर इकट्ठा होकर सर तन से जुदा करने के नारे लगाते हुए टी. राजा सिंह की गिरफ्तारी की मांग की थी।
टी राजा सिंह के वीडियो में क्या है?
टी राजा सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, उसके बाद से विवाद पैदा हो गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में टी. राजा सिंह ने कहा था, “आप लोग हमारे भाइयों के गले काटते हो और वीडियो जारी करते हो। सोचो, अगर हिंदू भाई भी ऐसा करने लगें को फिर आप लोगों का क्या होगा। उन्होंने कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी का जिक्र करते हुए लिखा था कि मुनव्वर ने कॉमेडी के नाम पर माता सीता और भगवान राम का अपमान किया था।
मुन्नवर फारूकी के शो को लेकर दी थी ये धमकी
टी. राजा ने फारूकी के शो को लेकर धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर तेलंगाना सरकार की ओर से उसके शो को मंजूरी दी जाती है तो वे उसे जला देंगे। उन्होंने कहा था मुन्नवर फारूकी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करता रहा है। हैदराबाद में उसके शो को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
टी. राजा ने किया स्पष्ट
इस बीच टी. राजा सिंह ने विवाद पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा है, कि उनके बयान को गलत ढंग से लिया गया। उन्होंने कहा कि मैंने कुछ नहीं कहा है। क्या हमारे भगवान नहीं हैं। हर ऐक्शन का रिएक्श होता है। इस बात को समझना चाहिए।
हिंदू धर्म और देवी-देवताओं का अपमान करते रहते हैं मुसलमान
बता दें कि मुस्लिम समुदाय के लोग हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करते रहते हैं। सोशल मीडिया से लेकर उनके धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों में भी हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जाता है। मुनव्वर फारूकी जैसे मुसलमान हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए कॉमेडी का सहारा लेते हैं। अपने धर्म पर कॉमेडी करने की हिम्मत मुसलमानों में भी नहीं है। सोशल मीडिया पर भी हिंदू धर्म और देवी-देवताओं के अपमान के पोस्ट देखे जाते हैं, लेकिन उनके खिलाफ शायद ही कार्रवाई होती है।
नुपूर शर्मा के समर्थन करने पर कट्टरपंथियों ने ले ली जान
नुपूर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर दिए बयान पर समर्थन करने वाले उदयपुर के कन्हैया लाल तेली और अमरावती के उमेश कोल्हे के साथ कट्टरपंथियों ने क्या किया, ये सभी को मालूम है। नुपूर शर्मा के समर्थन करने वाले अन्य कई लोगों को भी कट्टरपंथियों ने निशाना बनाया।
-मुस्लिम कट्टरपंथियों ने मुंबई के पास स्थित भिवंडी में नुपूर शर्मा के समर्थन करने पर अपने ही समुदाय के युवक के साथ भी मारपीट की थी। साद अंसारी नामक यह युवक इंजीनियरिंग का छात्र है। यहां तक कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।
गुजरात के सूरत में भी नुपूर शर्मा के समर्थन करने पर एक व्यवसाई को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
हिंदुओं ने किसी मुसलमान को ऐसी सजा नहीं दी
सबसे गौर करने वाली बात यह है कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर टिप्प्णी करने पर अब तक कई हिंदुओं को जान से हाथ धोना पड़ा है, लेकिन आज तक हिंदू देवी-देवताओं के अपमान करने पर किसी मुस्लिम को ऐसी सजा देने का कोई प्रमाण नहीं मिलता है।