26/11 terror attack: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला(National spokesperson Shahzad Poonawala) ने कहा कि 26/11 के आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा(Mastermind Tahawwur Rana) का प्रत्यर्पण(Extradition) कोई आम प्रत्यर्पण नहीं है, ये नए भारत के संकल्प(Resolve of the new India) का प्रतिबिंब है।
इसे 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने परिभाषित करते हुए कहा था कि अगर कोई भारत की अखंडता, एकता, सुरक्षा, अस्मिता या किसी भी निर्दोष भारतवासी पर हमला करने की जुर्रत करेगा तो भारत ऐसे आतंकी को पाताल से भी खोज कर न्याय के पथ पर लाने का काम करेगा।
मोदी सरकार की बड़ी उपलब्धि
10 अप्रैल को भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह मोदी सरकार की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है कि मुंबई हमले का मुख्य साजिशकर्ता और 160 से अधिक निर्दोष लोगों की हत्या का दोषी, आतंकी तहव्वुर राणा को भारत लाकर न्याय के कटघरे में खड़ा किया जा रहा है।
यूपीए सरकार पर साधा निशाना
यूपीए शासन में आतंक को बढ़ावा देने वाले देशों को ‘एमवीएन’ यानि ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा दिया जाता था लेकिन अब अगर उरी या पुलवामा जैसे हमले होते हैं, तो उन्हें ‘एमवीएन’ नहीं, बल्कि ‘एमटीजे’ यानि ‘मुंहतोड़ जवाब’ का दर्जा दिया जाता है।
इंडिया विल नेवर फॉरगिव, इंडिया विल नेवर फॉरगेट
यह वही नया भारत है, जिसकी ध्वनि 26/11 की हर बरसी पर गूंजती है कि “इंडिया विल नेवर फॉरगिव, इंडिया विल नेवर फॉरगेट”। चाहे वह पाताल में ही क्यों न हो, भारत आतंकियों की गर्दन पकड़ कर उन्हें न्याय के मार्ग पर लाने की ताकत रखता है।
पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस यूपीए शासन के दौरान वोटबैंक तुष्टीकरण के लिए आतंकियों पर कार्रवाई नहीं करती थी, जिसकी सजा आतंकवाद झेलने वाले निर्दोष लोगों को मिलती थी।
खुफिया एजेंसियों को मिली बड़ी सफलता
पूनावाला ने कहा कि पूरे भारतवर्ष का जैन समुदाय भगवान महावीर के जन्मकल्याणक, जिसे हम महावीर जयंती कहते हैं, मना रहा है। भगवान महावीर ने हमेशा अहिंसा, सत्य, शांति और न्याय का संदेश दिया और इन्हीं सिद्धांतों को अपनाने का मार्ग दिखाया। आज उन्हीं सिद्धांतों पर चलते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में काम कर रही सुरक्षा एजेंसियों, आतंकवाद विरोधी एजेंसियों, अभियोजन और खुफिया एजेंसियों को एक बड़ी सफलता मिली है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि यह सिर्फ 138 भारतीय पीड़ितों के लिए ही नहीं, बल्कि 26/11 हमले में मारे गए अमेरिका, इजराइल, फ्रांस, जर्मनी, इटली और मलेशिया सहित 17 से 18 देशों के नागरिकों के लिए भी न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम है। आज तुकाराम ओंबले से लेकर मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, हवलदार गजेंद्र सिंह से लेकर मुंबई पुलिस के वीर अधिकारी विजय सालस्कर तक, हर शहीद सुरक्षाकर्मी, हर एनसीजी कमांडो के प्रति यह भारत की भावपूर्ण श्रद्धांजलि है। यह एक स्पष्ट संदेश भी है कि भारत अपने सुरक्षा कर्मियों की शहादत और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा।
दृष्टिकोण में बड़ा बदलाव
पूनावाला ने कहा कि आज जब तहव्वुर राणा को भारत लाया गया तो यह दृश्य पूरी दुनिया देख रही है। यह संदेश हर उस आतंकी, साजिशकर्ता और मास्टरमाइंड के लिए है कि चाहे आप दुनिया के किसी कोने में, किसी गुप्त स्थान में क्यों न छिपे हों, मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत आपको ढूंढ निकालेगा और आपके छिपने की जगह से बाहर निकालकर न्याय के कटघरे तक लाने का कार्य करेगा। पिछले 10 वर्षों में आतंक और आतंकवाद के प्रति हमारे दृष्टिकोण में एक बड़ा बदलाव आया है।