Tamil Nadu Hooch Tragedy: भूख हड़ताल पर बैठा विपक्ष, सीबीआई जांच सहित रखी ये मांगे

विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के कारण 26 जून (बुधवार) को निलंबित किए गए विधायकों ने आज सुबह 9 बजे चेन्नई के राजरथिनम स्टेडियम में अपना अनशन शुरू किया।

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Tamil Nadu Hooch Tragedy: विपक्ष के नेता (Leader of the Opposition) एडप्पादी के पलानीस्वामी (Edappadi K Palaniswami) के नेतृत्व में एआईएडीएमके विधायकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने 27 जून (गुरुवार) को कल्लाकुरिची शराब त्रासदी (Kallakurichi liquor tragedy) की सीबीआई जांच (CBI investigation) की मांग को लेकर भूख हड़ताल (hunger strike) शुरू कर दी।

विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के कारण 26 जून (बुधवार) को निलंबित किए गए विधायकों ने आज सुबह 9 बजे चेन्नई के राजरथिनम स्टेडियम में अपना अनशन शुरू किया।

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एमके स्टालिन का इस्तीफा
एआईएडीएमके के सदस्यों ने मांग की है कि इस त्रासदी के लिए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन इस्तीफा दें। गुरुवार सुबह तक इस त्रासदी में 63 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 229 लोग प्रभावित हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु में कुल 88 लोगों को छुट्टी दे दी गई है। हड़ताल के साथ ही, राजनेताओं का उद्देश्य राज्य विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने की अनुमति न दिए जाने की निंदा करना भी है।

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कार्यवाही में बाधा
इससे पहले बुधवार को, विधानसभा की कार्यवाही में बाधा डालने के लिए एआईएडीएमके विधायकों को निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया गया था, एएनआई ने रिपोर्ट किया। तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष अप्पावु ने कहा: “लोकतांत्रिक विधानसभा में यह देखना दुखद है कि एआईएडीएमके नेता कार्यवाही में बाधा डालते रहते हैं। अगर यह जारी रहा, तो अन्य विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र के बारे में कैसे बोलेंगे?”

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सीबीआई जांच की मांग
पलानीस्वामी ने बुधवार को तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि से मुलाकात की और मामले की सीबीआई जांच की मांग की। एआईएडीएमके पार्टी प्रमुख ने राज्यपाल को 10 पन्नों का पत्र सौंपा। पत्र में कहा गया है, “मृत्यु की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। जिन विभागों को सुरक्षात्मक और निवारक कर्तव्यों का जिम्मा सौंपा गया था, वे विफल रहे, सरकार विफल रही, मंत्री विफल रहे और अंततः लोग मारे गए…मुख्यमंत्री, जो गृह मंत्री भी हैं, के नेतृत्व वाली सरकार नेतृत्व की कमी और मुद्दे को संभालने की क्षमता की कमी के कारण विफल रही।”

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जहरीली शराब से हुई मौतों
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, पलानीस्वामी ने तमिलनाडु सरकार पर जहरीली शराब से हुई मौतों पर अपनी कार्रवाई में उदासीनता बरतकर ‘ध्यान भटकाने वाली राजनीति’ में शामिल होने का आरोप लगाया। पीटीआई के अनुसार, गुरुवार शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल खत्म होने की संभावना है। इससे पहले 21 जून को तमिलनाडु विधानसभा में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहे AIADMK सदस्यों को सदन से बाहर निकाल दिया गया था। बाद में एमके स्टालिन ने उन्हें वापस बुलाया।

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