राणे की गिरफ्तारी पर दिल्ली में दखल! भाजपा नेताओं ने कही ये बात

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत हर दिन बोलते हैं। लेकिन वो कोई गुनाह नहीं है।

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी को लोकतंत्र पर हमला बताया है। पात्रा ने पूछा है कि राणे के खिलाफ किस प्रकार के 30-40 मामले दर्ज किए गए हैं। पात्रा ने कहा कि राणे का बयान गलत हो सकता है लेकिन कार्रवाई भी गलत है। उन्होंने शरजिल उस्मानी का जिक्र करते हुए कहा कि देश को तोड़ने वाले बयान देने वाले शख्स को आजाद छोड़ दिया जाता है और एक मंत्री को खाना भी नहीं खाने दिया जाता तथा गिरफ्तार कर लिया जाता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में रत्नागिरी पुलिस ने नारायण राणे को गिरफ्तार किया है।

दिल्ली में दखल
संबित पात्रा ने कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत हर दिन क्या बोलते हैं। लेकिन वो कोई गुनाह नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि राणे के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई की गई है। पात्रा के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी इस मामले में ठाकरे सरकार की कड़ी आलोचना की है।

भोजन करते समय पुलिस ने किया गिरफ्तार
मुख्यमंत्री ठाकरे को लेकर दिए गए बयान के मामले में रत्नागिरी पुलिस ने नारायण राणे को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक खुद नारायण राणे को गिरफ्तार करने पहुंचे थे। लेकिन राणे ने कमरे से बाहर जाने से इनकार कर दिया क्योंकि उनके पास गिरफ्तारी वारंट या कार्रवाई के लिए कोई अन्य आधिकारिक दस्तावेज नहीं थे। हालांकि, बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और एक वाहन में ले जाया गया। उन्हें संगमेश्वर पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

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कई स्थानों पर मामला दर्ज
नारायण राणे के खिलाफ राज्य में कई जगहों पर मामले दर्ज किए गए हैं। गिरफ्तारी से पहले रत्नागिरी सत्र न्यायालय ने केंद्रीय मंत्री राणे की गिरफ्तारी पूर्व जमानत खारिज कर दी थी। जमानत अर्जी खारिज होने के बाद केंद्रीय मंत्री ने मुंबई उच्च न्यायालय का रुख किया था। राणे ने मामले को रद्द करने और गिरफ्तारी से राहत की मांग करते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तारी बिना नोटिस दिए की गई। हालांकि, न्यायालय ने मामले की तुरंत सुनवाई करने से इनकार कर दिया और वकील को उचित प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ने का आदेश दिया। इससे उनकी गिरफ्तारी का रास्ता साफ हो गया।

क्या है राणे का बयान?
नारायण राणे 23 अगस्त को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान महाराष्ट्र के दौरे पर थे। उन्होंने रायगढ़ के म्हाड में प्रेस वार्ता के दौरान बोलते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का जिक्र किया था और उनके खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया। यह बयान  राणे ने स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा दिए गए भाषण की आलोचना करते हुए दिया था। राणे ने कहा था “उद्धव ठाकरे को पता नहीं है कि स्वतंत्रता के कितने साल हो गए, डायमंड फेस्टिवल है क्या, वे लोगों से पूछ रहे थे, मैं वहां होता तो कान के नीचे बजा देता।’ उस वक्त वहां विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर भी मौजूद थे।

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