प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 फरवरी को कहा कि आज लोकतंत्र को सबसे बड़ा खतरा परिवारवादी पार्टियों से है और इसका सबसे ज्यादा खामियाजा योग्यता को उठाना पड़ता है। उन्होंने आग्रह किया कि देश के सभी दलों को अपने भीतर लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपनाना चाहिए और देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को आगे आकर इसकी जिम्मेदारी उठानी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 8 फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र किसी की मेहरबानी से नहीं है बल्कि यह देश लोकतंत्र का जनक है।
कांग्रेस पर साधा निशाना
कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर यह पार्टी न होती तो देश कुछ ओर होता। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी नहीं होती तो स्वदेशी को महत्व मिलता, आपातकाल का कलंक नहीं लगता, जातिवाद और क्षेत्रवाद नहीं होता, सिखों का नरसंहार नहीं होता, पंजाब में आतंकवाद नहीं होता, कश्मीरी पंडितों का पलायन नहीं होता और बेटियों को तंदूर में न जलाया जाता। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस न होती तो देश के आम नागरिकों को इतने सालों तक मूल सुविधायों से वंचित न रहना पड़ता।