Congress: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली की सत्ता कांग्रेस ने भी 15 वर्ष संभाली थी और पूरे तीनों कार्यकाल में भाजपा विपक्ष में रही, परंतु ऐसी अस्थिरता की परिस्थितियां कभी पैदा नही हुईं, कि विपक्ष लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चुनी गई संवैधानिक सरकार पर प्रहार कर सके। यह कांग्रेस का नेतृत्व, कार्यशाली और प्रशासनिक अनुभव ही था कि आज तक कांग्रेस सरकार में रहने वाले किसी भी मंत्री या उनके विधायक ने भ्रष्टाचार और सरकारी विभागों में अनियिमितताओं के चलते अपराधिक मामलों का सामना नही किया।
यादव ने कहा कि दिल्ली की जनता तक पहुंचने और जनता की परेशानियों को समझने व उनका हल निकालने में नाकाम भाजपा और आम आदमी पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सत्ता की लड़ाई में सड़क पर उत्तर चुकी है।
केजरीवाल की साख पर सवाल
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अपनी साख और सरकार बचाने के लिए आम आदमी पार्टी सभी मंत्री और विधायकों ने पूरी दिल्ली में मोर्चा संभाला हुआ है और शराब नीति घोटाले के भ्रष्टाचार के आरोपी के रुप में जेल में बंद अरविन्द केजरीवाल के बाहर आने की आस करके पोस्टर तक निकाल रहे हैं। केजरीवाल आएंगे। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी को न्याययिक व्यवस्था में विश्वास रखते हुए यह नहीं भूलना चाहिए कि कानून अपना काम कर रहा है और मनीष सिसोदिया और संजय सिंह सहित अन्य शराब घोटाले से जुड़े लोग आरोप से बरी नही हुए हैं।
आम आदमी पार्टी की सरकार घोटालों की सरकार
दिल्ली की जनता आप पार्टी से सवाल कर रही है । आप की सरकार में घोटालों की लिस्ट लंबी है । शराब घोटाला, जल बोर्ड घोटाला, डीटीसी घोटाला, स्वास्थ्य घोटाला, बिजली बिलों में घोटाला, शिक्षा घोटाला, क्लास रूम घोटाला, पानी टैंकर घोटाला, गाद निकालने में घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक घोटाला, सीवर घोटाला, एमएलए लैड राशि घोटाला, 11 विभागों की केग रिपोर्ट को रोकना, राशन घोटाला, पेंशन घोटाला, मोहल्ला क्लीनिक घोटालों के बारे में भी आप के विधायक से पूछ रही है।
कांग्रेस ने मांगा आम आदमी पार्टी से जवाब
भाजपा ने जो 10 सवाल आम आदमी पार्टी से पूछे है, उन सवालों को लेकर कांग्रेस लम्बे समय से संघर्ष कर रही है, भाजपा कांग्रेस पार्टी के संघर्ष का केवल अनुसरण ही कर रही है। केजरीवाल जेल से कैसे सरकार चला रहे है, सरकारी निर्णयों का कार्यान्वन की स्थिति क्या है, छठे वित्त आयोग का गठन न होने से निगम वित्तिय रुप से पंगु बन चुका है, केग की 11 रिपोर्ट पर पब्लिक एकाउंट कमेटी की अनुशंसा की जानकारी, दिल्ली सरकार के वित्त पोषित दिल्ली विश्वविद्यालय के 12 कॉलेज में अनुदान रोकने पर आर्थिक तंगी, अस्पतालों के ब्लॉक बनने व स्वास्थ्य क्षेत्र में करोड़ो का घोटाला, जहां झुग्गी वही मकान जैसे जनता से जुड़े मुद्दो पर कांग्रेस आम आदमी पार्टी पर हमलावर है।
आम आदमी पार्टी की खुल चुकी है पोल
पिछले 10 वर्षों के कुशासन और भ्रष्टाचारी प्रवृत्ति के कारण जहां आम आदमी पार्टी से दिल्ली की जनता का विश्वास उठ चुका है, वहीं 15 वर्षों के निगम में लंबे भ्रष्टाचार और पिछले 10 वर्षों से जनता की अनदेखी कर रही भाजपा को 26 वर्षों से दिल्ली की जनता ने सत्ता से दूर रखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता समझ चुकी है कि आम आदमी पार्टी और भाजपा सिर्फ अपने स्वार्थ की राजनीति करती है।