जम्मू-कश्मीर में कंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल की हुई बैठक का परिणाम दिखने लगा है। सुरक्षा बलों ने उनके आदेश मिलते ही इस केंद्र शासित प्रदेश में कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में केवल श्रीनगर में अब तक 70 से ज्यदा लोगों को हिरासत में ले लिया गया है, जबकि पूरे प्रदेश में यह आंकड़ा 570 हो गया है। इसके साथ ही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी प्रदेश में छापेमारी और गिरफ्तारी तेज कर दी है। उसने 40 शिक्षकों को भी तलब किया है। उन पर आतंकियों को खबर पहुंचाने तथा देश विरोधी काम करने का आरोप है।
प्राप्त जानकरी के अनुसार पिछले दिनों घाटी में एक ही हफ्ते में सात हिंदुओं की हत्या के मद्देनजर सुरक्षाबलों ने 70 युवको को हिरासत में लिया है, जबकि पूरे प्रदेश में कुल 570 लोग पकड़े गए हैं।
युद्ध स्तर पर कार्रवाई
बता दें कि एजेंसी में आतंकवाद विरोधि विंग के प्रमुख तपन डेका समेत आईबी के शीर्ष अधिकारी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर श्रीनगर पहुंचे हैं और आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्याओं को गंभाीरता से लेते हुए अपनी कार्रवाई तेज कर दी है।
शिक्षकों को 10 दिन की छुट्टी
आईएएनएस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गृह मंत्री ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को साफ संदेश दिया है कि जब तक इन गतिविधियों के आंतिकयों को सजा नहीं हो जाती, तब तक प्रदेश में अभियान जारी रहेगा। सूत्रों ने यह भी बताया कि जमात-ए-इस्लामी और तहरीक-ए-हुर्रियत से संबंध रखने वाले लोगों को पकड़ा गया है। ऐसे 400 लोगों को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस बीच प्रशासन ने शिक्षकों को 10 दिन की छुट्टी देकर घर में रहने का निर्देश दिया है। इन 10 दिनों में आतंकियों का युद्ध स्तर पर सफाया किया जाएगा।