जम्मू-कश्मीर में निर्दोष लोगों की हत्याओं का सिलसिला बढ़ने के बाद केंद्र सरकार के साथ ही देश की खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों की भी चिंत बढ़ गई है। केंद्र सरकार अब इस तरह के हमले को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। इसी कड़ी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश की शीर्ष एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही इस केंद्र शासित प्रदेश में नागरिकों की हत्या के मामलों की जांच भी अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए करेगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार इस बारे में आदेश जारी कर सकती है।
13 दिन मे 11 लोगों की हत्या
मेडिकल शॉप चलाने वाले माकनलाल बिंदरु, गैर-कश्मीरी वीरेंद्र पासवान, स्कूल की प्रिंसिपल सुपिंदर कौर और शिक्षक दीपक चंद समेत पिछले 13 दिनों में हुई कुल 11 हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई फिलहाल स्थानीय पुलिस कर रही है, लेकिन अब आगे इन मामलों की जांच एनआईए कर सकती है।
कश्मीर में होगा आतंक का अंत? एक्शन में शाह, शीर्ष अधिकारियों के साथ की बैठक
हमले बड़े षड्यंत्र का हिस्सा
जम्मू-कश्मीर प्रशासन और केंद्र सरकार का मानना है कि हाल के दिनें में नागरिकों पर बढ़े हमले किसी बड़े षड्यंत्र का हिस्सा हैं। इन घटनाओं में पार समर्थित द रेजिस्टेंस फोर्स और अन्य आतंकी संगठनों के शामिल होने की जानकारी मिली है।