Lok Sabha में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि विपक्ष ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनकी भूमिका संसद में रचनात्मक नहीं, बल्कि विनाशकारी है। पिछले 60 वर्षों में कभी भी किसी विपक्ष को लगातार जनता ने तीन बार खारिज नहीं किया। वे जिस तरह से कार्य कर रहे हैं, आने वाले समय में वे अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण के पहले दिन ही सबसे खराब प्रदर्शन किया है। उन्हें 2024 का जनादेश (उनकी लगातार तीसरी हार) समझ नहीं आया है और न ही उनमें कोई विनम्रता आई है।
माफी मांगने की मांग
1 जुलाई को जेपी नड्डा ने एक्स पर दिए अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी को सभी हिन्दुओं को हिंसक बताने के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने विदेशी राजनयिकों को भी बताया था कि हिन्दू आतंकवादी है। उनके अंदर हिन्दुओं के प्रति यह आंतरिक नफरत बंद होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता पांच बार के सांसद हैं, लेकिन उन्होंने संसदीय मर्यादाएं नहीं सीखीं और न ही उन्हें सभ्यता की समझ है। उन्होंने भाषण के स्तर को गिरा दिया है। इतना ही नहीं उनके सभापति के प्रति वक्तव्य बहुत ख़राब थे। लोकसभा अध्यक्ष की सत्यनिष्ठा पर अप्रमाणित आक्षेप लगाने के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
अग्निवीर पर झूठे दावे का आरोप
नड्डा ने कहा कि विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश के किसानों और बहादुर सशस्त्र बलों से संबंधित कई मामलों में स्पष्ट रूप से झूठ बोला। एमएसपी और अग्निवीर पर झूठे दावों के लिए केंद्रीय मंत्रियों ने तथ्यों को सदन में रखा। उन्होंने तथ्यों की जांच भी नहीं की। अपनी घटिया राजनीति के लिए उन्होंने हमारे किसानों और सुरक्षा बलों को भी नहीं बख्शा।
हिंदुओं पर हमला
वहीं विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की राजनीति में आपका स्वागत है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब विपक्ष के नेता हैं। वे सबसे भाईचारे का दावा करते हुए हिन्दुओं पर हमला करते हैं। वे भारतीय सेना की वीरता की निंदा करते हुए उनके कल्याण के प्रति चिंता व्यक्त करते हैं। वे संविधान के प्रति सम्मान का उपदेश देते हुए कैबिनेट के फैसलों को फाड़ देते हैं।