महाराष्ट्र का शीतकालीन अधिवेशन पारंपरिक रूप से नागपुर में होता है, लेकिन पिछले साल कोरोना महामारी के चलते इसका आयोजन मुंबई में किया गया था। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के स्वास्थ्य और विधान परिषद के चुनाव के कारण यह चर्चा थी कि इस साल शीतकालीन सत्र नागपुर में होगा या मुंबई में। आखिरकार महाविकास आघाड़ी सरकार की कैबिनेट बैठक में यह अहम फैसला हो गया है। इस वर्ष भी शीतकालीन सत्र मुंबई में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
22 से 29 दिसंबर तक चलेगा सत्र
राज्य सरकार 22 से 29 दिसंबर तक मुंबई में विधानसभा का शीतकालीन सत्र आयोजित करने की योजना बना रही है। 29 नंवबर को संसदीय कार्य समिति की बैठक होगी। बैठक में इस पर मुहर लगाए जाने की संभावना है।
कोरोना को लेकर बरती जाएगी सावधानी
इस साल का शीतकालीन सत्र भी कोरोना महामारी के दौरान हो रहा है। इस कारण विधायकों और कर्मचारियों के लिए टीकाकरण की दोनों खुराकें पूरी करना अनिवार्य कर दिया गया है। कोरोना की दोनों डोज लेने के बाद भी सत्र के दौरान सभी को आरटीपीसीआर टेस्ट कराना अनिवार्य होगा। विधायकों के साथ ही उनके सहायकों, सभी अधिकारियों और कर्मचारियों, मीडिया प्रतिनिधियों, सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों, राज्य भर से आने वाले ड्राइवरों को सत्र शुरू होने से पहले आरटीपीसीआर परीक्षण कराना जरुरी होगा।