– अमन दुबे
महाराष्ट्र (Maharashtra ) में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) की तारीखों का ऐलान अभी नहीं हुआ है। उम्मीद है कि चुनाव आयोग जल्द ही नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर होने वाले चुनाव की तारीखों का ऐलान करेगा। गौर तलब है कि महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों (Assembly Seats) पर इस साल चुनाव होने हैं। राज्य की महायुति (Mahayuti) और महाविकास अघाड़ी (Mahavikas Aghadi) युद्ध स्तर पर चुनाव (Elections) की तैयारी में जुटे हैं। महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच कांटे का मुकाबला देखने को मिलना निश्चित है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना (यूटीबी) और शरद पवार की पार्टी महा विकास अघाड़ी गठबंधन में विपक्ष की भूमिका निभा रहा है और राज्य में अपनी सरकार बनाने का दावा भी कर रहा है। वहीं, सत्तारूढ़ महायुति भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एक बार फिर राज्य में सत्ता दोहराने का दावा कर रही है।
लोकसभा चुनाव से सबक
लोकसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी ने मुंबई की छह में से चार सीटें जीतकर महायुति को बड़ा झटका दिया है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा झटका महाराष्ट्र में ही लगा है, जिसके चलते विधानसभा चुनाव में पार्टी के लिए चुनौती बढ़ गई है। महाराष्ट्र की राजनीति में अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए महायुति को लोकसभा में मिली हार का इलाज ढूंढना होगा।
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सीट बंटवारा बड़ी चुनौती
महायुति गठबंधन में भाजपा, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल है। गठबंधन ने अभी तक महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए सीट आरक्षण की घोषणा नहीं की है। हालांकि, मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार ने 25 सितंबर को दावा किया कि महाराष्ट्र के महायुति सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे का फॉर्मूला केवल 80 सीटों तक सीमित है क्योंकि सत्तारूढ़ गठबंधन के पास पहले से ही 208 विधानसभा सीटें हैं और उन पर चर्चा करने की कोई जरूरत नहीं है।
महाविकास आघाड़ी आगे
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महाविकास अघाड़ी 288 में से 284 सीटों पर ही चुनाव लड़ेगी और बाकी 4 सीटें उनके साथ शामिल हुए छोटे दलों को दी गई हैं। राजनीतिक जानकारों के अनुसार, महाविकास अघाड़ी की सीट आवंटन बैठक में 288 में से चार सीटें उन सहयोगियों को देने का फैसला किया गया है, जो साथ में आये हैं।
बिना मुख्यमंत्री चेहरा के चुनाव
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस को 100, शिवसेना (यूटीबी) को 100 और शरद पवार (एनसीपी) को 84 सीटें मिलीं। सूत्रों ने बताया कि एक-दूसरे से सीटें लेने को लेकर आगे भी चर्चा हो सकती है, लेकिन सीटों की संख्या में बदलाव नहीं होगा। इस संबंध में अगली बैठक में निर्णय लिया जायेगा। बता दें कि महाविकास अघाड़ी बिना मुख्यमंत्री पद के चेहरे के ही चुनाव लड़ेंगे।
जमीनी स्तर पर काम कर रहे भाजपा नेता
चुनावों के मद्देनजर सभी पार्टियों के नेता अपनी ताकत दिखाने और जमीनी स्तर पर काम करने में जुटे हैं। अगर भाजपा की बात करें तो स्थानीय से लेकर केंद्रीय स्तर के नेता महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी महाराष्ट्र का दौरा करने वाले हैं।
शिवसेना जनसंवाद दौरा
शिवसेना के कई नेता शिवसेना जनसंवाद दौरा कर रहे हैं। वे कई कार्यक्रम आयोजित कर राज्य की जनता को लुभाने में जुटे हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से लेकर सांसद श्रीकांत शिंदे तक, सभी महाराष्ट्र के हर जिले का दौरा कर रहे हैं और बैठकें कर रहे हैं।
अजीत पवार भी पीछे नहीं
उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार जनसंमान यात्रा के मौके पर पूरे राज्य का दौरा कर रहे हैं। जन सम्मान यात्रा के जरिए अजीत पवार आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कई राजनीतिक समीकरण साधने की कोशिश कर रहे हैं। अजीत पवार लोकसभा चुनाव में डैमेज कंट्रोल करने की भी कोशिश करेंगे। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अजित पवार गांवों में जाकर लोगों से बातचीत कर रहे हैं। इस मौके पर अजीत पवार अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।
राज ठाकरे का ‘वर्ली विजन’
मनसे प्रमुख राज ठाकरे की पार्टी मनसे ने वर्ली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का फैसला किया है। आदित्य ठाकरे वर्तमान में वर्ली सीट से विधायक हैं और आगामी चुनाव में वे फिर से उसी सीट से चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में आगामी चुनाव में चाचा-भतीजे के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है। बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों में राज ठाकरे की मनसे वर्ली में जमीनी स्तर पर काम कर रही है, वरलीकर से संवाद कर रही है और उनकी चिंताओं का आकलन व समाधान कर रही है।
अपने दम पर वंचित बहुजन आघाड़ी
वंचित बहुजन आघाड़ी ने लोकसभा का फार्मूला अपनाया है। वंचित बहुजन आघाड़ी विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ भाग नहीं लेगी। पार्टी ने चुनाव के लिए अपनी पहली सूची भी जारी कर दी है। वंचित बहुजन आघाड़ी ने 11 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। प्रचार के लिए पर्याप्त समय पाने के लिए वंचित ने विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले उम्मीदवारों की घोषणा करके बढ़त हासिल कर ली है।
चुनाव आयोग की तैयारियां तेज
देश में चुनावों का सिलसिला अभी और जारी रहने वाला है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव संपन्न होने से पहले दो और राज्यों यानी झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावों की घोषणा हो सकती है। इनका ऐलान अगले हफ्ते कभी भी हो सकता है। माना जा रहा है कि ये चुनाव नवंबर-दिसंबर के महीने में हो सकते हैं। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने दोनों राज्यों की चुनावी तैयारियों को परखने का काम भी शुरू कर दिया है। इस साल के अंत में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि अभी इनकी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। (Maharashtra Politics)
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