गणतंत्र दिवस पर इस बार सामान्य जनों को सम्मान दिया गया। गणतंत्र दिवस पर दर्शक के रुप में पहुंचे सफाई कर्मचारियों, पहली पंक्ति के कोरोना योद्धाओं, ऑटो रिक्शा चालकों, निर्माण कार्य में लगे मजदूरों को विशेष मेहमान बनाया गया और इन्हें विशेष अतिथि वाले दर्शक दीर्घा में स्थान दिया गया।
अतिथियों मे से कई मजदूर ऐसे भी थे, जो विभिन्न राज्यों की झांकियों को तैयार करने वाली टीम के हिस्सा थे। इन झांकियों को देश की एकता,शक्ति, विविधता और अन्य विशेषताओं को प्रदर्शित करने के लिए दिखाया गया। राजपथ पर भारत के 73वें गणतंत्र दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में इन अतिथियों के लिए सीटें आरक्षित रखी गई थीं।
इन अतिथियों का सम्मान
इन मेहमानों में कई ऑटो चालक भी शामिल थे। इन्होंने कोरोना काल में मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम किया था। इनके साथ ही सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में काम करने वाले मजदूर भी विशेष अतिथितियों मे शामिल थे। प्रधानमंत्री इससे पहले भी सफाई कर्मियों का सम्मान करते रहे हैं। उनका वह अंदाज यहां भी देखा गया।
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उत्तराखंड की टोपी और मणिपुरी गमच्छा
इससे पहले प्रधानमंत्री शहीदों को श्रद्धांजलि देने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे तो वे उत्तराखंड की टोपी और मणिपुरी गमच्छा लिए हु खास अंदाज में दिखे। इसे लेकर खासी चर्चा की जा रही है। इन दोनों ही प्रदेशों में चुनाव होने जा रहे हैं।
हुतात्मा सैनिको को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री सुबह ठीक 10 बजे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पहुंचे और दो मिनट हुतात्मा सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पुष्प अर्पित किए। बता दें कि पिछले दिनों इंडिया गेट पर स्थापित अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में मिला दिया गया है।