ठाकरे गुट के तीन विधायक शिंदे के पाले में ? इस नेता के कार्यक्रम में हुए शामिल

डिंडोशी विधानसभा क्षेत्र में अमोल कीर्तिकर के सक्रिय होने से सुनील प्रभु परेशान हैं। वहीं, चार महीने पहले शिवसेना में शामिल हुईं सुषमा अंधारे की बढ़ती लोकप्रियता से मनीषा कायंडे नाराज हैं।

262

शिवसेना में बड़ी फूट के बाद चर्चा है कि उद्धव ठाकरे गुट के तीन और विधायक एकनाथ शिंदे के पाले में जाने वाले हैं। ये तीनों विधायक हाल ही में शिंदे गुट के एक नेता के घर में आयोजित समारोह में शामिल हुए थे।
शिंदे समूह की प्रवक्ता शीतल म्हात्रे ने अपने भाई के जन्मदिन के मौके पर एक पार्टी का आयोजन किया था। उनके भाई शिंदे गुट की राजनीति में सक्रिय हैं और एकनाथ शिंदे के विश्वस्त सहयोगियों में से एक हैं। उनके जन्मदिन की पार्टी में उद्धव ठाकरे गुट के मुख्य विधानसभा नेता सुनील प्रभु के साथ विधायक राजन साल्वी और विधान परिषद की विधायक मनीषा कयांडे भी शामिल हुए थे। इसके बात चर्चा है कि यह तीनों नेता ठाकरे गुट को छोड़कर शिंदे गुट में शामिल हो सकते हैं।

ये भी पढ़ें- वसूली मामलाः पूर्व गृहमंत्री की जमानत याचिका पर इस दिन होगी सुनवाई

अमोल कीर्तिकर की वजह से प्रभु परेशान
डिंडोशी विधानसभा क्षेत्र में अमोल कीर्तिकर के सक्रिय होने से सुनील प्रभु परेशान हैं। उनको लगता है कि आंतरिक दबाव की वजह उनका टिकट कट सकता है। इससे पहले भी वह ठाकरे गुट की सभाओं से गायब रहें।

यह है नाराजगी की वजह
राजापुर विधायक राजन साल्वी कोंकण में रिफाइनरी परियोजना के समर्थक हैं। हालांकि, इस परियोजना को लेकर निर्दलीय दल के नेताओं के विरोध के चलते उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ा है। चर्चा है कि वे कोंकण में रिफाइनरी और विकास कार्यों के मुद्दों पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ हैं। कहा जा रहा है कि चार महीने पहले शिवसेना में शामिल हुईं सुषमा अंधारे की बढ़ती लोकप्रियता से मनीषा कायंडे नाराज हैं। इस नाराजगी का मुख्य कारण उपनेताओं और प्रवक्ताओं के पद बाहरी लोगों को दिया जाना माना जा रहा है। इसलिए इन तीनों नेताओं ने शिंदे गुट के नेता के कार्यक्रम में शामिल होकर उद्धव ठाकरे को चेतावनी दी है।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.