West Bengal:नए साल के दिन से शुरू हुई तृणमूल कांग्रेस पार्टी(Trinamool Congress Party) में अंदरूनी कलह 3 जनवरी को और बढ़ गई, जब पार्टी के एक विधायक ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर तृणमूल नेतृत्व और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी(Chief Minister Mamata Banerjee) पर हमला बोला। हुगली जिले के बालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस विधायक मनोरंजन व्यापारी(Trinamool Congress MLA from Balagarh assembly constituency ) ने 3 जनवरी की सुबह एक सोशल मीडिया पोस्ट(social media post) कर सवाल उठाया है कि क्या पार्टी के भीतर चोरों के अलावा कोई नहीं है।
विधायक व्यापारी का सवाल
व्यापारी ने सवाल किया कि रेत और नशीले पदार्थ का माफिया(Drug mafia) मुझ पर चोरी, हत्या और बलात्कार का आरोप लगा रहा है। मुझ पर एक दिवंगत और प्रतिष्ठित लेखक की साहित्यिक कृतियों को अपनी साहित्यिक रचना बताकर लाखों रुपये कमाने का आरोप लगाया गया है। अब मुझे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बालागढ़ का विधायक बना दिया है, मेरा प्रश्न यह है कि यदि वह मेरे जैसे भ्रष्ट व्यक्ति को उस पद के लिए चुन सकती है, तो वह किस प्रकार का व्यक्ति है? मुख्यमंत्री ने मुझे नामांकित करने से पहले मेरे बारे में पूछताछ क्यों नहीं की? तो क्या मैं यह मानूं कि विपक्षी दलों का यह दावा सही है कि तृणमूल कांग्रेस में सभी चोर हैं?
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पार्टी छोड़ने के दिए संकेत
सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने पार्टी छोड़ने का भी संकेत दिया और मीडियाकर्मियों से अपील की कि वे अगले कुछ दिनों तक उनके पोस्ट पर कड़ी नजर रखें, जब वह अगले कदम की घोषणा करेंगे। व्यापारी ने किसी का नाम लिए बिना एक स्थानीय महिला तृणमूल कांग्रेस नेता पर 2017 में अनैतिक तरीके से जिले के एक स्कूल में नौकरी पाने और एक दिन भी स्कूल गए बिना इतने सालों तक वेतन लेने का आरोप लगाया था।
लोकतंत्र से अधिक शक्तिशाली कुछ भी नहीं
व्यापारी ने यह भी कहा था कि वह ऐसी अनियमितताओं के विवरण के साथ कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति अभिजीत गांगुली की पीठ से संपर्क करेंगे। व्यापारी ने कहा कि लोकतंत्र से अधिक शक्तिशाली कुछ भी नहीं है और मैं लोगों के साथ सड़कों पर उतरूंगा, मैं इसे अंत तक देखूंगा।