Gujarat: 246 तहसीलों में दो दिवसीय ‘रबी कृषि महोत्सव 2023’ का आरंभ

केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री देवूसिंह चौहाण ने कहा कि कृषि मेलों तथा कृषि महोत्सवों के फलस्वरूप सुदूरवर्ती क्षेत्र के लोगों तक भी उन्नत कृषि पद्धतियाँ पहुँची हैं।

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 मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अहमदाबाद में दसक्रोई तहसील के पिराणा से शुक्रवार को राज्यव्यापी ‘रबी कृषि महोत्सव 2023’ का आरंभ कराया। अहमदाबाद में राज्य स्तरीय कार्यक्रम के साथ अहमदाबाद ज़िले की सभी 9 तहसीलों सहित राज्यभर की 246 तहसीलों में दो दिवसीय ‘रबी कृषि महोत्सव 2023’ मनाया गया। अहमदाबाद में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में कृषि मंत्री राघवजी पटेल तथा केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री व खेडा के सांसद देवूसिंह चौहाण उपस्थित रहे।

राज्यव्यापी ‘रबी कृषि महोत्सव 2023’ के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि एक समय ऐसा भी था, जब राज्य में कृषि ‘कनिष्ठ’ बन गई थी, किसान खेती छोड़ रहे थे। ऐसे कठिन काल में राज्य के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कृषि क्षेत्र का कायाकल्प करने के संकल्प के साथ कृषि महोत्सवों एवं कृषि मेलों के आयोजन की शुरुआत की थी। ‘लैब टू लैण्ड’ के दृष्टिकोण के साथ कृषि अनुसंधानों को सही मायनों में यथार्थ के धरातल पर लाने और उसका किसानों तक अधिकतम् लाभ पहुँचाने के उद्देश्य के साथ वर्ष 2005 से शुरू किए गए कृषि महोत्सवों ने सही मायने में कृषि क्रांति की है। लगभग 15 कृषि महोत्सवों में अनुमानित 2 करोड़ किसानों ने मार्गदर्शन प्राप्त किया है और कृषि क्षेत्र में पिछड़ा माना जाने वाला गुजरात डबल डिजिल ग्रोथ हासिल करने में सफल हुआ है।

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किसान आधुनिक व स्मार्ट खेती अपनाने लगे हैं
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि सरकार के प्रयासों से किसान आधुनिक व स्मार्ट खेती अपनाने लगे हैं। पहले कभी किसी ने सोचा भी नहीं था कि ड्रोन का उपयोग खेती के लिए होगा। आज नैनो लिक़्विड यूरिया के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग देशभर में शुरू हुआ है। मुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र में संचालित राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं का विस्तृत ब्यौरा दिया। पटेल ने कहा कि अनेक कृषि विकास आधारित उपक्रमों के कारण देश में मूंगफली तथा अरंडी के उत्पादन में गुजरात पहले स्थान पर है, जबकि तिल एवं कपास उत्पादन में राज्य देशभर में दूसरे स्थान पर है। चीकू, पपीता, भिंडी, अनार, अजवाइन, जीरा जैसी फ़सलों के उत्पादन में गुजरात देश में प्रथम है। अनार जैसी बाग़वानी फ़सलों में गुजरात दूसरे स्थान पर है।

मुख्यमंत्री ने राज्य में प्राकृतिक खेती के क्षेत्र में हुए प्रयासों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राज्य में 18 लाख से अधिक किसान प्राकृतिक कृषि का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं तथा 8.5 लाख से अधिक किसान प्राकृतिक कृषि अपना चुके हैं। मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मिलेट इयर के उपलक्ष्य में अधिक से अधिक किसानों से पोषक तत्वों से युक्त मोटे धान की बुआई करने तथा प्राकृतिक कृषि अपनाने का अनुरोध किया। उन्होंने आगे कहा कि मिलेट इयर के चलते मिलेट्स के प्रति जागरूकता बढ़ी है। राज्य के 11 ज़िलों में 4.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बाजरे की बुवाई हुई है तथा मार्केट में बाजरे, रागी, कांग (भुट्टा), ज्वार जैसे मोटे धान की मांग बढ़ी है।

बिजली दर में कोई वृद्धि नहीं की है
इस अवसर पर कृषि मंत्री राघवजी पटेल ने कहा कि कृषि उत्पादन बढ़ाने के प्रयासों के साथ किसानों को न्यनतम समर्थन मूल्य दिलाने के लिए राज्य सरकार द्वारा समय रहते समर्थन मूल्य घोषत कर किसानों को आर्थिक सुदृढ़ बनाने और आय दुगुनी करने के लिए सरकार निरंतर प्रयत्नशील है। किसानों को सस्ती बिजली मुहैया कराने के लिए सरकार ने पिछले 10 वर्षों से बिजली दर में कोई वृद्धि नहीं की है।

केन्द्रीय संचार राज्य मंत्री देवूसिंह चौहाण ने कहा कि कृषि मेलों तथा कृषि महोत्सवों के फलस्वरूप सुदूरवर्ती क्षेत्र के लोगों तक भी उन्नत कृषि पद्धतियाँ पहुँची हैं। आज लोग आधुनिक संसाधनों के साथ खेती करने लगे हैं और आत्मनिर्भर बने हैं। सरकार के सकारात्मक एवं प्रोत्साहक प्रयासों के कारण कृषि क्षेत्र को बहुत बड़ा बल मिला है। आरंभ में कृषि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ए. के. राकेश ने स्वागत संबोधन किया।

इस अवसर पर कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री ने गोपूजन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री व उपस्थित लोगों ने ड्रोन टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन देखा। मुख्यमंत्री ने रबी कृषि महोत्सव के कार्यक्रम स्थल पर कृषि प्रदर्शनी एवं सेवा सेतु कार्यक्रम का उद्घाटन कर प्रदर्शनी को देखा और स्टॉल धारकों के साथ संवाद कर उन्हें प्रोत्साहन दिया। इस अवसर पर मिलेट्स से बनने वाले व्यंजनों की पुस्तक का मुख्यमंत्री सहित महानुभावों द्वारा अनावरण तथा खेतीबाड़ी विभाग के 3 कार्यालयों का ई-लोकार्पण भी किया गया। इसके अलावा मुख्यमंत्री तथा उपस्थित महानुभावों ने 8 किसानों को सरदार पटेल कृषि अनुसंधान पुरस्कार, 4 किसानों को बेस्ट आत्मा फ़ार्मर अवॉर्ड प्रदान किए और 4 किसानों को खेतीबाड़ी विभाग की विभिन्न सहायता योजनाओं के भुगतान आदेश पत्र प्रदान किए।

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