पिछले कुछ दिनों से सुषमा अंधारे द्वारा हिंदू देवी-देवताओं और महान संतों के बारे में दिए गए बयानों के खिलाफ राज्य सरकार आक्रामक है। कई जगहों पर वारकरी समुदाय ने विरोध भी किया है। इसी तरह अब भाजपा नेता नितेश राणे ने अंधारे के बयानों को लेकर उद्धव ठाकरे की आलोचना की है। नितेश राणे ने ठाकरे की उप नेता सुषमा अंधारे पर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ बोलने का आरोप लगाया है, लेकिन चूंकि उद्धव ठाकरे ने उनके बयानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है, इसका मतलब है कि ठाकरे की उनके बयानों पर मौन सहमति है।
नितेश राणे ने किया ट्वीट
नितेश राणे ने ट्वीट किया है कि महाराष्ट्र में अंधारे मैडम के भारी विरोध के बावजूद… हिंदू देवी-देवताओं और महान संतों के खिलाफ अंधारे के शोर मचाने के सबूतों के बाद भी… उद्धव ठाकरे उनके निलंबन की कार्रवाई या इस्तीफे की मांग नहीं कर रहे हैं। इसका मतलब ठाकरे की मौन सहमति है।
ज्या अर्थी महाराष्ट्राच्या मोठ्या प्रमाणात अंधारे बाईंचा विरोध होऊनही..
हिंदू देवीदेवता आणि महान संतांबद्दल अंधारेंनी गरळ ओकण्याचे पुरावे समोर आल्यानंतरही..
उद्धव ठाकरे त्यांचं साधं निलंबन किंवा राजीनामा द्यायला सांगत नाहीत..
याचा हाच अर्थ..ठाकरेंची मूक सहमती आहे!
— nitesh rane (@NiteshNRane) December 17, 2022
आशीष शेलार ने पूछा सवाल
सुषमा अंधारे ने हिंदू धर्म के बारे में बयान देने की हिम्मत की, क्या वह अन्य धर्मों के बारे में ऐसा कर सकती हैं? बीजेपी नेता आशीष शेलार ने पूछा कि क्या उद्धव ठाकरे की इस पर मौन सहमति है? उन्होंने भगवान रामचंद्र, भगवान शंकर के बारे में जिन वाक्यों का इस्तेमाल किया, वे गंभीर हैं। शेलार ने यह सवाल भी उठाया कि अगर आप इस तरह की बात कर रहे हैं तो आपकी पार्टी के नेताओं को जवाब देना चाहिए लेकिन वे चुप क्यों हैं?