महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से नक्सलियों से निपटने और नक्सल प्रभावित इलाकों के विकास के लिए राज्य सरकार को 1,200 करोड़ रुपये देने का आग्रह किया है। केंद्रीय गृह मंत्री ने 26 सितंबर को दिल्ली में 10 नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई थी।
ठाकरे ने कहा कि नक्सल प्रभावित जिलों चंद्रपुर और गढ़चिरौली में अभियान तेज करने के साथ-साथ दूरदराज के इलाकों में संपर्क बढ़ाने के लिए नए पुलिस थाने बनाए जाने चाहिए और अधिक मोबाइल टावर स्थापित किए जाने चाहिए। सीएम ने नक्सल मुद्दे पर केंद्रीय गृह मंत्री को प्रेजेंटेशन भी दिया।
इस बात को लेकर जताई चिंता
मुख्यमंत्री ठाकरे ने राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विकास और अन्य सुविधाओं पर राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे खर्च का मुद्दा उठाया। ठाकरे ने इस बात पर भी चिंता व्यक्त की कि पुणे और मुंबई जैसे शहरों के साथ-साथ दूरदराज के इलाकों की झुग्गियों में भी नक्सलियों का प्रभाव बढ़ रहा है। ठाकरे ने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र को छत्तीसगढ़ जैसे नक्सल प्रभावित राज्यों से सहयोग की उम्मीद है।
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बंद कमरे में नहीं हुई मुलाकात
दिल्ली के विज्ञान भवन में साढ़े तीन घंटे की बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे और गृह मंत्री शाह 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार मिले। दोनों नेता निजी तौर पर नहीं मिले। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भोजन किया। बैठक में ठाकरे के साथ मुख्य सचिव सीताराम कुंटे और पुलिस महानिदेशक संजय पांडे भी मौजूद थे। आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी और भूपेश बघेल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तथा केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
नक्सली वारदातों में कमी
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक के दौरान नक्सल प्रभावित राज्यों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंंने इस दौरान कहा कि 40 साल में नक्सली हमलों में 16,000 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस साल पहली बार नक्सलियों के खिलाफ अथक संघर्ष के बाद मृतकों की संख्या 200 से कम हुई है। शाह ने कहा कि नक्सली हमलों में 23 प्रतिशत और मौतों में 21 प्रतिशत की कमी आई है।