यूक्रेन और रूस के बीच सात महीने से अधिक समय से जारी युद्ध रोककर विश्व में शांति स्थापित करने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूस से कोई भी बातचीत करने से साफ इनकार कर दिया है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जेलेंस्की से फोन पर बात करके रूस के साथ बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर बढ़ने की अपील की थी।
जेलेंस्की ने रूस को लेकर कही ये बात
जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन हमेशा बातचीत के पक्ष में रहा है, किन्तु रूस ही वार्ता के लिए कभी तैयार नहीं हुआ। रूस ने हमेशा जानबूझकर कूटनीतिक प्रक्रिया को कमजोर किया है। जेलेंस्की ने रूस की मौजूदा सरकार और राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ स्पष्ट रूप से बात करने से इनकार कर दिया है। उन्होंने शांति स्थापना के लिए अपने भागीदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार होने की बात कही है। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि फोन पर बातचीत के लिए जेलेंस्की ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार भी जताया है।
शांति प्रयास पर मोदी ने कही थी ये बात
प्रधानमंत्री मोदी ने 4 अक्टूबर को वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात करके कहा था कि किसी भी प्रकार के शांति प्रयास में योगदान करने के लिए भारत हमेशा तत्पर है। बातचीत के दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों लुहान्स्क, डोनेत्स्क, जेपोरिज्जिया और खेरसन में जनमत संग्रह को खारिज करते हुए कहा था कि यूक्रेनी क्षेत्रों के अवैध कब्जे के प्रयास के उद्देश्य वाले फैसले शून्य हैं और यह वास्तविकता को नहीं बदल सकते हैं। जेलेंस्की ने यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए भारत के समर्थन के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने पीएम मोदी के उस हालिया बयान के महत्व पर भी जोर दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब युद्ध का समय नहीं है।