महाराष्ट्र,नासिक के न्यायालय ने अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को एक बिल्डर से 10 करोड़ हफ्ता मांगने के मामले में उसकी वॉयस सैंपल की जांच के लिए पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
10 साल पहले नासिक स्थित वडाला-पथरडी रोड पर एक बिल्डर के निर्माण स्थल पर गोलीबारी करने के मामले में 29 अप्रैल को नासिक और मुंबई पुलिस द्वारा वांछित अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी को कड़ी पुलिस सुरक्षा में नासिक के न्यायालय में पेश किया गया। इस दौरान न्याययाल ने बिल्डर से 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगने की धमकी देने के मामले में पुजारी को उसके वॉयस सैंपल की जांच के लिए हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
गोपनीय रखी गई थी पेशी
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोहों के साथ उसके संबंधों और कई गिरोहों के साथ दुश्मनी के कारण उसकी पेशी के बारे में पूरी गोपनीयता बरती गई।
बिल्डर से मांगा था 10 करोड़ का हफ्ता
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय डॉन रवि पुजारी ने बिल्डर से 10 करोड़ रुपये का हफ्ता मांगा था, बिल्डर वडाला-पथरडी रोड पर एक इमारत का निर्माण कर रहा था। फिरौती न देने पर उसने गेम करने की धमकी दी थी। उसने बिल्डर में दहशत पैदा करने के लिए 25 नवंबर, 2011 को बिल्डर के कार्यालय में गोलीबारी भी की थी। इस घटना में बिल्डर का एक कर्मचारी घायल भी हो गया था।
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सीआईडी को सौंप दी गई थी जांच
इस मामले में नासिक के इंदिरानगर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बाद में इसकी जांच की जिम्मेदारी महाराष्ट्र सीआईडी को सौंप दी गई थी। उसके बाद सीआईडी ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था। इस मामले में गैंगस्टर रवि पुजारी, योगेश कल्ली उर्फ सुरेश बंगेरी और भूपेंद्र राजपत सिंह फरार थे। लेकिन बाद में इन्हें गिरफ्तार किया गया था।
न्यायालय ने सुनाई थी सजा
न्यायालय ने इनमें से तीन को 2019 में आजीवन कारावास और एक को पांच साल की कड़ी सजा सुनाई थी। गैंगस्टर रवि पुजारी को मुंबई पुलिस ने कुछ महीने पहले ही गिरफ्तार किया है। 29 अप्रैल को उसे नासिक की विशेष मोका अदालत में पेश किया गया।