केंद्रीय मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में महाराष्ट्र से चार चेहरों को शामिल कर प्रदेश में राजनैतिक और सामुदायिक संतुलन बैठाने की कोशिश की गई है। इन चार मंत्रियों में नारायण राणे, कपिल पाटील, डॉ. भारती प्रवीण पवार और डॉ. भागवत कराड शामिल हैं। इनमें नारायण राणे और कपिल पाटिल महाराष्ट्र के साथ ही राष्ट्रीय राजनीति में भी जाने माने चेहरा हैं, जबकि डॉ. भारती पवार और डॉ. भागवत कराड महाराष्ट्र की राजनीति में तो मशहूर हैं, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर इनकी कोई बड़ी पहचान नहीं है। इसके बावजूद इन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना कोई रहस्य की बात नहीं है। दोनों की अपने समुदाय और क्षेत्र के लोगों पर अच्छी पकड़ है, जिसका भविष्य मे पार्टी को लाभ मिल सकता है।
नारायण राणे
- नारायण तातू राणे का जन्म महाराष्ट्र के कोकण में 20 अप्रैल 1952 को हुआ।
- वे कोकण के मजबूत जनाधार वाले नेता हैं।
- राणे ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत शिवसेना से की।
- आक्रामक स्वभाव के राणे शिवसेना में एक के बाद एक सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए।
- शुरुआत में उन्हें चेंबूर शिवसेना शाखा प्रमुख बनाया गया।
- 1985 में वे मुंबई महानगरपालिका के बेस्ट समिति के अध्यक्ष बनाए गए।
- 1990 में पहली बार कणकवली-मालवण क्षेत्र से विधायक चुने गए।
- 1995 में भाजपा-शिवसेना युति के सत्ता में आने पर दुग्ध व्यवसाय विकास मंत्री बने।
- 1997 में वे उन्हें राजस्व मंत्री बनाया गया।
- मनोहर जोशी के वर्ष 1998 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राणे को मुख्यमंत्री बनाया गया।
- 2005 में शिवसेना छोड़कर ने कांग्रेस में शामिल हो गए।
- 2009 में कांग्रेस आघाड़ी की सत्ता आई, तो उन्हें उद्योग मंत्री बनाया गया।
- 2018 में भाजपा में शामिल होने के बाद उन्हें राज्यसभा सांसद बनाया गया।
- 7 जुलाई 2021 में मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार में राणे ने सबसे पहले शपथ ग्रहण किया
कपिल पाटील
- कपिल पाटिल भिवंडी से सांसद हैं।
- वे ठाणे जिला परिषद के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष रहे हैं।
- 2014 में वे लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा में शामिल हो गए।
- ओबीसी समुदाय से आने वाले पाटिल दो बार सांसद रहे हैं।
- पाटील ठाणे क्षेत्र में भाजपा के एकमात्र सांसद हैं।
- इनसे शिवसेना के गढ़ में भाजपा को जनाधार बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- अगले साल ठाणे महानगरपालिका चुनाव में भी मदद मिलेगी।
- इस क्षेत्र में ओबीसी की बड़ी संख्या है, जिसका लाभ पार्टी को मिल सकता है।
डॉ. भागवत कराड
- भाजपा के राज्यसभा सांसद डॉ. भागवत कराड औरंगाबाद के पूर्व महापौर हैं।
- वो भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे गोपीनाथ मुंडे के वंजारा( ओबीसी) समुदाय से आते हैं।
- पेशे से डॉक्टर भागवत कराड को गोपीनाथ मुंडे ने ही राजनीति में लाया।
- औरंगाबाद शिवसेना का गढ़ था, जिसे डॉ. कराड ने खत्म कर भाजपा को स्थापित किया।
- भागवत महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के करीबी माने जाते हैं।
डॉ.भारती पवार
- नासिक जिले के डिंडोरी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं।
- इनका निर्वाचन क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है।
- पवार पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर हैं।
- डॉ. भारती ने 2014 का लोकसभा चुनाव राकांपा के टिकट पर लड़ा था।
- 2019 मे वे भाजपा में शामिल हुईं और लोकसभा के लिए चुनी गईं।
- डॉ. भारती पवार उत्तर महाराष्ट्र क्षेत्र से शिक्षित,युवा आदिवासी चेहरा हैं।
भाजपा को इसका लाभ मिल सकता है।
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