दिल्ली में मंकीपॉक्स का तीसरा संक्रमित पाया गया है। यह संक्रमित नाइजिरियन मूल का है, परंतु उसकी कोई ट्रावेल हिस्ट्री नहीं है। इस मरीज के साथ ही देश में कुल आठ मंकीपॉक्स संक्रमित हो गए हैं।
देश में सबसे अधिक मंकीपॉक्स संक्रमित केरल में हैं, यहां सोमवार को एक संक्रमित की मौत भी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा को बताया कि, केंद्र सरकार ने मंकीपॉक्स के लिए एक टास्क फोर्स गठित किया है। जो संक्रमण की पहचान और टीके के विकास पर लक्ष्य केंद्रित करेगा। मंत्री ने बताया कि, मंकीपॉक्स के आठ प्रकरणों में से पांच लोगों की विदेश यात्रा का रिकॉर्ड है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि कोरोना की तरह मंकीपॉक्स की भी वैक्सीन देश में बनेगी। इसके लिए प्रयास जारी हैं।
रखी जा रही निगरानी
डॉ. मंडाविया ने राज्यसभा में मंकीपाक्स की वैक्सीन से जुड़े सवाल पर बताया कि मंकीपॉक्स भारत और दुनिया में कोई नई बीमारी नहीं है। वर्ष 1970 से अफ्रीका से दुनिया के कई देशों में पहुंचा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस पर विशेष ध्यान दिया है। भारत में भी इस पर निगरानी शुरू हुई है। केरल में मंकीपॉक्स के मामले आए तो केंद्र सरकार ने वहां विशेषज्ञों की टीम भेजी। राज्य सरकार की भी पूरी मदद की जा रही है। इसके साथ टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है।
चिंता नहीं सतर्कता से होगा नियंत्रित
डॉ. मंडाविया ने कहा कि मंकीपॉक्स से डरने की आवश्यकता नहीं है। राज्य सरकारों के साथ मिलकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है। अगर परिवार में किसी को मंकीपॉक्स हुआ है तो 12-13 दिन उससे दूरी बना कर रखें तो उसको नियंत्रित किया जा सकता है। सतर्कता से हम इसको नियंत्रित कर सकते हैं। मंकीपॉक्स के संदर्भ में जागरुकता बहुत आवश्यक है। केंद्र सरकार की ओर से नीति आयोग के सदस्य की अध्यक्षता में टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है।