महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख 100 करोड़ रुपए वसूली के मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद न्यायिक हिरासत में हैं। इस आरोप और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 13 घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने देशमुख को 2 नवंबर को गिरफ्तार किया था। 100 करोड़ की वसूली का टारगेट दिए जाने का आरोप मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने लगाया था।
सिंह ने कहा था कि जब अनिल देशमुख गृह मंत्री थे, तब उन्होंने तत्कालीन सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे से शहर के होटलों और बार से 100 करोड़ रुपए प्रति माह वसूलने को कहा था। देशमुख फिलहाल मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद हैं। अब केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2 जनवरी को राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख का एक बात के लिए आभार माना है।
इस बात के लिए माना आभार
केंद्रीय मंत्री काटोल नगर परिषद द्वारा आयोजित विभिन्न विकास परियोजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वे अनिल देशमुख के आभारी हैं। गडकरी ने कहा कि उन्होंने नागपुर-काटोल फोर लेन सड़क की अनुमति दिलाने में मदद की थी।
थीं कई कठिनाइयां
गडकरी ने कहा कि नागपुर से काटोल तक चार लेन की सड़क का उद्घाटन हो गया है। इस सड़क निर्माण में कई कठिनाइयां थीं। वन विभाग ने कहा था कि यह बाघों के जाने का रास्ता है। मैंने उनसे कहा कि मैं आपसे पहले पैदा हुआ हूं। इतने सालों में यहां के किसी गांव में बाघ नहीं आया तो आपने कहां बाघ देख लिया। अनिल देशमुख ने मदद की तो वन विभाग से अनुमति मिल गई। मैं उन्हें इसके लिए धन्यवाद देता हूं। आने वाले समय में सभी समस्याओं को दूर कर यह सड़क बनकर तैयार हो जाएगी। नागपुर में भी सड़क को चार लेन का किया जाएगा।
काटोल नगर परिषदेच्या वतीने आयोजित विविध विकास प्रकल्पांच्या भूमिपूजन व उद्घाटन कार्यक्रमातून लाईव्ह https://t.co/ZzouxZqAqB
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 2, 2022
जेल में हैं अनिल देशमुख
इस बीच मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में अनिल देशमुख की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। मुंबई में पीएमएलए न्यायालय में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दायर 700 पन्नों के पूरक आरोपपत्र में अनिल देशमुख को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया गया है। इसके अलावा चार्जशीट में उनके दोनों बेटों के भी नाम दिए गए हैं।