केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले पिछले कुछ वर्षों से कवि के रूप में देश में प्रसिद्ध हैं। वे अपने अंदाज से लोगों का ध्यान आकर्षित करते रहते हैं, चाहे वह उनकी वेशभूषा हो या उनका भाषण। वे 11 फरवरी की सुबह से नेटिजंस का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसका कारण यह है कि उन्होंने कांग्रेस नेता शशि थरूर के ट्वीट के अंग्रेजी शब्दों में गलतियों की ओर इशारा किया है।
शशि थरूर का यह था ट्वीट
शशि थरूर ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की एक तस्वीर ट्वीट की थी। इसमें पीछे बैठे रामदास आठवले दिख रहे हैं। थरूर ने लिखा कि बजट पर चर्चा दो घंटे तक चली। रामदास आठवले के चेहरे के भाव सब कुछ बयां कर रहे हैं। थरूर ने यह भी कहा कि पहली पंक्ति के लोगों को भी वित्त मंत्री के दावे पर विश्वास नहीं था।
Nearly two-hour rely to the Bydget debate. The stunned & incredulous expression on Minister @RamdasAthawale’s face says it all: even the Treasury benches can’t believe FinMin @nsitharaman’s claims about the economy & her Budget! pic.twitter.com/wOGY7TJYg8
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 10, 2022
रामदास आठवले ने निकाली गलतियां
थरूर की आलोचना का रामदास आठवले ने अपने ही अंदाज में जवाब दिया। आदरणीय शशि थरूरजी, अनुचित बयान देने में गलती हुई थी। हम समझ सकते हैं कि यह बाईडेट नहीं है, बजट है और रिलाई नहीं बल्कि रिप्लाई है। दरअसल शशि थरूर सभी को हैरान करने के लिए नए और क्लिस्ट अंग्रेजी शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि आठवले ने ट्वीट कर उन्हें अंग्रेजी की शिक्षा दे दी है।
Dear Shashi Tharoor ji, they say one is bound to make mistakes while making unnecessary claims and statements.
It’s not “Bydget” but BUDGET.
Also, not rely but “reply”!
Well, we understand! https://t.co/sG9aNtbykT
— Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) February 10, 2022
क्या बोले थरूर?
रामदास आठवले द्वारा गलती पकड़े जाने के बाद शशि थरूर ने इसे स्वीकार किया। थरूर ने कहा कि यह टाइपिंग की गलती थी। लापरवाही से टाइप करना खराब अंग्रेजी से भी बड़ा पाप है। लेकिन अगर आप पढ़ा रहे हैं, तो आपको जेएनयू में होना चाहिए। वहां आपके शिक्षण से कई लोग लाभान्वित हो सकते हैं। शशि थरूर का इशारा जेएनयू के नए कुलपति शांतिश्री धूलिपुडी की ओर था। उनके द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में व्याकरण संबंधी त्रुटियां थीं।
Join Our WhatsApp CommunityI stand corrected, Ramdas ji. Careless typing is a bigger sin than bad English!
But while you're on a roll, there's someone at JNU who could benefit from your tuition…..— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 10, 2022