उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जैसा गढ़ समझकर डिम्पल यादव फिरोजाबाद आयीं थी और हार कर गईं और वो गढ़ टूटा। ऐसा ही गढ़ समझ कर अक्षय यादव फिरोजाबाद आये और 2019 का चुनाव वो हारे गढ़ टूटा। बदायूं का गढ़ टूटा, जहां से धर्मेन्द्र यादव सांसद हुआ करते थे। अब मैनपुरी वाला गढ़ भी उपचुनाव में टूटेगा, विरासत से सियासत के फैसले तय नहीं होते। यह बातें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार रघुराज शाक्य के समर्थन में मैनपुरी पहुंचे केंद्रीय कानून मंत्री एसपी सिंह बघेल ने कही।
केन्द्रीय मंत्री ने अखिलेश के बयान कि आजमगढ़ और रामपुर हम धोखे से हारे हैं, के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि सुविधा भोगी की वजह से हारे, वो 2012 से 2017 तक मुख्यमंत्री रहे हैं, अभी तक मानसिक रूप से मुख्यमंत्री की कुर्सी से उतरे नहीं है। ओवर कॉन्फिडेंस की वजह से चुनाव हारे थे।
उन्होंने कहा कि सपा चुनाव जीतने की स्थिति में नहीं है। सरकार का लाईन ऑर्डर मैनपुरी के लोगों को पसंद आ रहा है, क्योंकि उन्होंने बहुत खराब लाइन ऑर्डर को भुगता है।
धार्मिक भावना को न पहुंचाए ठेस, जा सकती है सदस्यता
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के भाजपा द्वारा राम को बेचने और सौदा करने वाले बयान पर कानून मंत्री एसपी सिंह बघेल बोले कि इस प्रकार की टिप्पणी करना उचित नहीं होता, जिससे किसी की भी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचे। ऐसे में रामपुर की तरह सदस्यता भी जा सकती है। उन्होंने कहा कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में भाजपा जीत हासिल करेगी।