उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के चुनाव में प्रथम चरण के 11 जिलों की 58 सीटों पर 10 फरवरी को मतदान सम्पन्न हुआ। शाम छह बजे मतदान का समय समाप्त होने तक औसतन 60.17 प्रतिशत मतदान हुआ था। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि पहले चरण का मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। कहीं से किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
शामली सीट पर सबसे ज्यादा मतदान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि शाम छह बजे तक के मिले आंकड़े के अनुसार सबसे अधिक 69.42 प्रतिशत मतदान शामली सीट पर और सबसे कम 54.77 प्रतिशत वोट गाजियाबाद सीट पर हुआ। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरनगर में 65.34, मेरठ में 60.91, बागपत में 61.35, हापुड़ में 60.50, गौतमबुद्ध नगर में 56.73, बुलंदशहर में 60.52, अलीगढ़ में 60.9, मथुरा में 63.28 और आगरा में 60.33 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि जो लोग पहले से ही मतदान केंद्रों पर लाइन में लगे हैं, समय समाप्त होने के बाद भी उन्हें वोट डालने का अवसर मिलेगा। ऐसे में वोट का प्रतिशत बढ़ भी सकता है।
2017 से 2 प्रतिशत कम मतदान
वर्ष 2017 के चुनाव में इन 58 सीटों पर कुल 63.1 प्रतिशत मतदान हुआ था। उस वक्त सबसे ज्यादा 71.5 प्रतिशत मतदान मेरठ जिले की सरधना सीट पर हुआ था। वहीं गौतमबुद्ध नगर जिले की नोएडा सीट पर सबसे कम 48.2 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।
58 सीटों पर हुआ मतदान
18वीं विधानसभा के चुनाव में प्रथम चरण के 11 जिलों की 58 सीटों पर 10 फरवरी सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शुरु हुआ। कड़ाके की ठंड के कारण प्रारम्भ में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ कम दिखी। सुबह नौ बजे तक औसतन 7.53 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद जैसे ही मौसम अनुकूल हुआ मतदाताओं की संख्या मतदान केंद्रों पर बढ़ने लगी नतीजतन 11 बजे तक मतदान का प्रतिशत 20.03 फिर अपराह्न एक बजे तक 35.03, अपराह्न तीन बजे तक 48.24 और पांच बजे तक 57.79 प्रतिशत दर्ज किया गया।
शांतिपूर्ण रहा मतदान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार छिटपुट घटनाओं को छोड़कर प्रथम चरण का मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न हुआ। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना समाचार लिखे जाने तक प्राप्त नहीं हुई। उन्होंने बताया कि प्रारम्भ में कुछ मतदान केंद्रों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के खराब होने की शिकायत मिली, जिनका तत्काल समाधान किया गया।
योगी सरकार के नौ मंत्रियों सहित 623 उम्मीदवार मैंदान में
प्रथम चरण में योगी सरकार के नौ मंत्री और 73 महिला प्रत्याशी समेत कुल 623 उम्मीदवार चुनाव मैंदान में हैं। इस चरण में करीब 2.28 करोड़ मतदाता हैं। मंत्रियों में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा मथुरा सीट से, डेयरी और पशुपालन मंत्री चैधरी लक्ष्मी नारायण मथुरा की छाता विधानसभा सीट से, स्वास्थ्य विभाग के राज्य मंत्री अतुल गर्ग गाजियाबाद सीट से, गन्ना मंत्री सुरेश राणा शामली जिले की थाना भवन सीट से, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पोते और योगी सरकार में राज्य मंत्री संदीप सिंह अलीगढ़ के अतरौली सीट से, वन और पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल शर्मा बुलंदशहर जिले की शिकारपुर सीट से, कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल मुजफ्फरनगर सदर सीट से, बाढ़ नियंत्रण विभाग के राज्य मंत्री दिनेश खटीक मेरठ जिले की हस्तिनापुर सीट से और राज्य मंत्री डॉ जीएस धर्मेश आगरा कैंट से चुनाव मैंदान में हैं।
मथुरा व मुजफ्फरनगर में सर्वाधिक 15-15 उम्मीदवार
प्रथम चरण के चुनाव में सर्वाधिक 15-15 उम्मीदवार मथुरा और मुजफ्फरनगर सीट से मैंदान में हैं। वहीं इस चरण में सबसे कम पांच उम्मीदवार अलीगढ़ की इगलास सीट से हैं।
2175 सेक्टर और 284 जोनल मजिस्ट्रेट रहे तैनात
निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। लगभग 800 कंपनी अर्धसैनिक बल को पोलिंग बूथ के अलावा अन्य संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया गया था। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिये चुनाव आयोग द्वारा 48 सामान्य प्रेक्षक, आठ पुलिस प्रेक्षक तथा 19 व्यय प्रेक्षक भी तैनात किये गये थे। इसके अलावा 2175 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 284 जोनल मजिस्ट्रेट, 368 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 2718 माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किये गये थे।
प्रथम चरण में कुल 26,027 मतदेय स्थल
प्रथम चरण के चुनाव में मतदाताओं की कुल संख्या 2.28 करोड़ है, जिनमें 1.24 करोड़ पुरुष, 1.04 करोड़ महिला और 1,448 थर्ड जेंडर के मतदाता हैं। इस चरण में मतदान के लिये 10,853 मतदान केंद्र और 26,027 मतदेय स्थल बनाये गये थे। इनमें 467 आदर्श मतदान केंद्र रहे। चुनाव प्रक्रिया को सम्पन्न कराने के लिये कुल 1,20,876 मतदान कार्मिक लगाये गये हैं।
कोविड प्रोटोकाल का हुआ पालन
कोविड-19 के दृष्टिगत मतदान के समय मतदेय स्थलों पर थर्मल स्कैनर, हैण्ड सैनीटाइजर, ग्लव्स, फेस मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन, पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की गई थी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार मतदाताओं की सुविधा हेतु वोटर गाइड का भी वितरण किया गया था। इसमें कोविड-19 से सम्बन्धित डूज एण्ड डोण्ट्स का भी उल्लेख किया गया है।
इन जिलों में हुआ मतदान
चुनाव के प्रथम चरण में पश्चिमी उप्र के 11 जिले की 58 सीटें हैं। इनमें शामली जिले की तीन, मुजफ्फरनगर की छह, मेरठ की सात, बागपत की तीन, गाजियाबाद की पांच, हापुड़ की तीन, गौतमबुद्ध नगर की तीन, बुलंदशहर की सात, अलीगढ़ की सात, मथुरा की पांच और आगरा जिले की नौ विधानसभा सीटों पर प्रथम चरण के चुनाव हेतु मतदान हो रहा है।
प्रथम चरण की सीटें
कैराना, थानाभवन, शामली, बुढ़ाना, चरथावल, पुरकाजी (सुरक्षित), मुजफ्फरनगर, खतौली, मीरापुर, सिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर (सुरक्षित), किठौर, मेरठ कैंटोनमेंट, मेरठ, मेरठ दक्षिण, छपरौली, बड़ौत, बागपत, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मोदीनगर, धौलाना, हापुड़ (सुरक्षित), गढ़मुक्तेश्वर, नोएडा, दादरी, जेवर, सिकंदराबाद, स्याना, अनूपशहर, डिबाई, शिकारपुर, खुर्जा (सुरक्षित), खैर (सुरक्षित), बरौली, अतरौली, छर्रा, कोल, अलीगढ़, इगलास (सुरक्षित), छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव (सुरक्षित), एत्मादपुर, आगरा कैंटोनमेंट (सुरक्षित), आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, आगरा ग्रामीण (सुरक्षित), फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद और बाह सीटें प्रथम चरण की हैं।