प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 20 फरवरी को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को सता रहे हार के डर का जिक्र करते हुये कहा कि जिस सीट को वे लोग सबसे सुरक्षित मानकर बैठे थे, वह सीट भी हाथ से निकल रही है। अब परिवारवादियों की अपनी सीट भी सुरक्षित नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने उन्नाव में आयोजित चुनावी जनसभा में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर परिवारवाद को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने प्रदेश में भाजपा की जीत का दावा करते हुये कहा कि उप्र में आज हर तरफ एक ही गूंज है- 2017 में हराया था, 2022 में फिर हराएंगे, उप्र के लोग योगी जी को ही लाएंगे।
वायरल वीडियो का दिया हवाला
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर वायरल अखिलेश यादव के एक वीडियो का जिक्र करते हुये कहा कि कैसे एक राजनीतिक दल का राष्ट्रीय अध्यक्ष पुलिसकर्मियों को गाली दे रहा था, यह उप्र के हर घर में देखने को मिल रहा है। कोरोना टीके को ‘भाजपा का टीका’ बताने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की खिंचाई की।
जिस पिता को…
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस सीट को ये लोग सबसे सुरक्षित मानकर बैठे थे, वह भी हाथ से निकल रही है। आपने देखा होगा, जिस पिता को मंच से धक्के देकर हटाया था, जिसे अपमानित कर पार्टी पर कब्जा जमाया था, उसी से गुहार लगानी पड़ी कि मेरी सीट बचाइए। जब मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार ही अपनी सीट पर असुरक्षित हो, तो हवा के रुख का पता लगाया जा सकता है।
चन्नी की भी की आलोचना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की मौजूदगी में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के उप्र-बिहार के भैया वाले बयान का स्मरण कराते हुये मोदी ने कहा कि घोर परिवारवादियों के लिए सबसे बड़ा होता है- अपना स्वार्थ, अपने करीबियों का स्वार्थ। चाहे उप्र के लोगों की बेइज्जती हो। अगर इनको अपना फायदा नहीं दिखता, तो ये उससे भी आंखें मूंद लेते हैं।