उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में 18 दिसंबर को सामने आए धर्मांतरण मामले के तार मेरठ से जुड़ गए हैं। 20 हजार का लोन दिलाने के लिए 15 हिंदुओ को मुस्लिम बना दिया गया। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।
खेकड़ा कोतवाली क्षेत्र के अहमदनगर गांव के अलीशेर व राजा पर आरोप है कि उन्होंने गांव के दलित हिंदुओ को मुस्लिम बनाने का षड्यंत्र रचा है। इन दोनों ने ही लोन दिलाने के नाम पर 15 लोगों के धर्मांतरण कराए थे।
पुलिस ने बतायाः
कोतवाली प्रभारी खेकड़ा देवेश शर्मा ने बताया राजा का साला नौशाद बालैनी थाना क्षेत्र के बुढ़सैनी का रहने वाला है, जो कि 2016 में मेरठ में रह रहा था । नौशाद की पहचान मेरठ निवासी भूरे के साथ हुई थी। नौशाद व भूरे ने अलीशेर व राजा के कहने पर अहमदनगर गांव में दो – तीन मुस्लिम लोगों को मेरठ के किसी बैंक से 20-20 हजार के ऋण दिलाए थे। अलीशेर व राजा ने लोन की बात गरीब हिंदू दलितों को बताई और ऋण का लालच दिया।
लालच देकर बदले गए आधार कार्ड
पीड़ितों ने कोतवाली पर तहरीर दी है कि अलीशेर ने उनको बताया था कि केवल उन लोगों को ऋण मिलेगा, जो मेरठ के रहने वाले हैं और मुस्लिम हैं। लोन के लिए मुस्लिम धर्म अपनाना पड़ेगा। अलीशेर और राजा के बहकावे में आकर 15 हिंदू दलितों ने शपथ पत्र पर साइन कर दिए और धर्मांतरण की हामी भर ली। उसके बाद उनके आधार कार्ड में नाम बदलकर हिन्दू से मुस्लिम बना दिया गया और मेरठ निवासी कर दिया गया। खेकड़ा पुलिस ने जानकारी के आधार पर राजा, अलीशेर सहित नौशाद व भूरे को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ कर रही है।
हिंदू संगठनों का हंगामा
धर्मांतरण मामले को लेकर 19 दिसंबर को भी हिंदू संगठनों ने खेकड़ा कोतवाली पर हंगामा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हालांकि पुलिस इसे केवल ऋण के लिए अपनाए गए षड्यंत्र की बात कर रही है।