इस अमानवीयता के लिए चीन होगा दंडित… जानिये ये होगा कैसे?

चीन में उइगूर मुसलमानों को अमानवीय रूप से डिटेंशन सेंटरों में बंधक बनाकर रखा जाता है। उन पर जनसंख्या समेत कई प्रतिबंध है।

121

अमेरिकी संसद में चीन के शिंजियांग प्रांत में जुल्म और बदतर जिंदगी जीने को मजबूर उइगरों के हित में नया विधेयक पेश किया गया। यह विधेयक मंगलवार को पेश किया गया था। इस विधेयक पर पिछले माह राष्ट्रपति जो बाइडन ने हस्ताक्षर किए थे। ज्ञात रहे कि इसका मकसद उद्देश्य चीन के शिंजियांग में उइगरों सहित जातीय और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों के हनन के लिए चीन को दंडित करना है।

ये भी पढ़ें – हलवा के बजाय मिठाई! मोदी सरकार के कार्यकाल में बदल गई आम बजट की ये 6 परंपराएं

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने उइगर फोर्स्ड लेबल प्रिवेंशन एक्ट पर दस्तखत किए थे जिसका अर्थ यह था कि अमेरिका में चीन में निर्मित उन सामनों के आयात पर पाबंदी लगेगा जिसमें बंधुआ मजदूरी का इस्तेमाल किया गया होगा। उइगर समाज पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन का कहा था कि अमेरिका का स्पष्ट मानना है कि मानव मूल्यों का सम्मान होना चाहिए। कोई भी मुल्क जब अपने समाज की बेहतरी के बारे में बड़ी बड़ी बात करता है तो उसे अपने आदर्श वाक्यों को जमीन पर भी उतारना चाहिये।अमेरिका ने कहा कि हम वो सब काम करेंगे जिससे मानव मूल्य बरकरार रहें। चीन सरकार से उनकी अपील है कि वो नरसंहार और दूसरे अपराधों पर रोक लगाने के लिए सामने आए।

अमेरिका ने कहा कि उइगर प्रांत में बने सामनों पर अमेरिका की खास नजर रहेगी। अमेरिका उन लोगों को भी जिम्मेदार ठहराएगा जिन लोगों ने सामानों के निर्माण में बंधुआ मजदूरों का इस्तेमाल किया होगा।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.