योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना के संक्रमण को खत्म करने के लिए बड़ी योजना पर क्रियान्वयन शुरू किया है। इसके अंतर्गत प्रदेश में घर-घर स्वास्थ्य कर्मी जाएंगे और लोगों की जांच करेंगे। यह निर्णय प्रदेश के ग्रामीण अंचल में प्रभावी हो रहे कोरोना के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से शुरू की गई है।
उत्तर प्रदेश का ग्रामीण अंचल कोरोना की गंभीर पीड़े से जूझ रहा है। गांवों में ज्वर जान का दुश्मन बन गया है। पूर्वांचल के जिलों में तो बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं जिसके फलस्वरूप लोगों की मृत्युदर भी बढ़ी है। इससे निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ी योजना शुरू की है। जिसके अंतर्गत अब घर-घर जाकर कोरोना जांच की जाएगी।
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ऐसे होगी कोरोना की ट्रेसिंग
- राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधीन कुल 1,41,610 स्वास्थ्य कर्मी करेंगे जांच
- घर-घर जाकर पता करेंगे कोविड 19 के एक्टिव केसेस
- यही कर्मी करेंगे कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी
- इनके कार्यों के संचालन के लिए 21,242 निरिक्षक किये गए तैनात
- इसके अंतर्गत कुल 97,941 गांव में परीक्षण
- राज्य की कुल जनसंख्या 25 करोड़ के आसपास
"Trace, track and treat" mantra being adopted by India's most populous state.@UPGovt under CM Shri @myogiadityanath Ji Maharaj has initiated house to house active case findings in more than 97,000 villages of state.
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— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) May 11, 2021
टीके की वैश्विक निविदा निकालनेवाला पहला राज्य
- योगी सरकार ने 7 मई को जारी की कोविड 19 से रक्षा टीके की वैश्विक निविदा
- 4 करोड़ डोज के लिए जारी की गई है निविदा
- वैश्विक निविदा जारी करनेवाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य
- 18 से 44 आयु वर्ग के टीकाकरण की अनुमति मिलने पर टीका ऑर्डर देने वाला भी पहला राज्य
Join Our WhatsApp CommunityPeople without signs of #COVID19 are urged to get vaccinated & follow COVID-appropriate behaviours to prevent transmission in rural areas of Uttar Pradesh 🇮🇳, home to 230 million people.
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— World Health Organization (WHO) (@WHO) May 10, 2021