Uttar Pradesh: बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) (बसपा) की मुखिया मायावती (Mayawati) ने 2 मार्च (रविवार) को अपने भतीजे आकाश आनंद (Akash Anand) को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया। आकाश आनंद बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक (National Coordinator) थे और उन्हें मायावती का उत्तराधिकारी माना जा रहा था।
अब आनंद कुमार और रामजी गौतम को पार्टी का राष्ट्रीय समन्वयक बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक वह जीवित हैं, उनका कोई उत्तराधिकारी नहीं होगा।
02-03-2025-BSP PRESS NOTE-ALL INDIA MEETING pic.twitter.com/bSR7HBqt7v
— Mayawati (@Mayawati) March 2, 2025
बसपा की ओर से जारी बयान
बसपा की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकीं और पूर्व सांसद मायावती जी ने आज लखनऊ में बसपा के सभी छोटे-बड़े पदाधिकारियों की बैठक में पार्टी संगठन की विभिन्न स्तरों पर गतिविधियों और तैयारियों, कैडर के आधार पर सर्वसमाज में जनाधार बढ़ाने के साथ ही पार्टी को हर मोर्चे पर मजबूत करने के लिए दिए गए पिछले दिशा-निर्देशों की राज्यवार गहन समीक्षा की।”
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पार्टी से तुरंत निष्कासित
बयान में आगे कहा गया है कि, “माननीय कांशीराम जी ने कभी भी अपने रिश्तेदारों आदि को पार्टी में काम करने से मना नहीं किया था, बल्कि इस मामले में उन्होंने यह भी कहा कि वे भी अन्य लोगों की तरह पार्टी में काम करते हैं, लेकिन अगर इसकी आड़ में उन्होंने मेरे नाम का दुरुपयोग करके पार्टी और आंदोलन को नुकसान पहुंचाया, तो उसी दिन मैं उन्हें पार्टी से तुरंत निष्कासित कर दूंगा, जिसके कई उदाहरण हैं और पंजाब की जनता इस मामले से भलीभांति परिचित है। और उनके पदचिन्हों पर चलते हुए मैंने उनके ईमानदार और निष्ठावान शिष्य और उत्तराधिकारी होने के नाते पार्टी और आंदोलन के हित में अशोक सिद्धार्थ, जो आकाश आनंद के ससुर भी हैं, को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में पार्टी को दो धड़ों में बांटकर पार्टी को कमजोर करने का सबसे घिनौना काम किया है, जो बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और यह सब उनके बेटे की शादी में भी देखने को मिला।”
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आकाश आनंद का मामला
जहां तक इस मामले में आकाश आनंद का सवाल है तो आप जानते हैं कि उनकी शादी अशोक सिद्धार्थ की बेटी से हुई है और अब अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से निकालने के बाद उनके पिता का उस लड़की पर कितना प्रभाव है और उनकी बेटी का आकाश पर कितना प्रभाव है, तो अब हमें इस सब को बहुत गंभीरता से देखना होगा, जो अब तक बिल्कुल भी सकारात्मक नहीं लग रहा है।
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आकाश आनंद की पार्टी
ऐसे में पार्टी और आंदोलन के हित में आकाश आनंद को पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से हटा दिया गया है, जिसके लिए पार्टी नहीं बल्कि उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ पूरी तरह से जिम्मेदार हैं और जिन्होंने न केवल पार्टी को नुकसान पहुंचाया है बल्कि आकाश आनंद का राजनीतिक करियर भी बर्बाद कर दिया है। और अब उनकी जगह आनंद कुमार पहले की तरह पार्टी का सारा काम करते रहेंगे और वह पहले की तरह ही लखनऊ और बाहर मेरे दौरे के दौरान पार्टी का सारा काम करते रहेंगे और उन्होंने अब तक किसी भी मामले में मुझे निराश नहीं किया है, यानी उन्होंने अब तक पार्टी और आंदोलन को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को भी चेतावनी दी थी। मायावती ने लिखा था कि बसपा में स्वहित, रिश्ते-नाते महत्वहीन हैं और बहुजन हित सर्वोपरि है।
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