उत्तर प्रदेश में ईवीएम को लेकर अखिलेश यादव की चेतावनी के बाद नेताओं और उम्मीदवारों की नींद उड़ गई है। मंगलवार देर रात ईवीएम स्ट्रांग रूम के बाद सभी सपा उम्मीदवार और वरिष्ठ नेता समर्थकों सहित रात भर डटे रहे। ठंड में रात भर जाग कर पहरेदारी कर रहे कार्यकर्ता किसी भी कीमत पर आयोग पर भरोसा करने को तैयार नहीं है। स्ट्रांग रूम के बाहर टेंट और रजाई गद्दे की व्यवस्था की गई है और खाने पीने का व्यवस्थित इंतजाम भी संगठन द्वारा हो रहा है।
इसे देखते हुए ईवीएम की सुरक्षा में भारी मात्रा में सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है। साथ ही चुनाव आयोग ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए ईवीएम को पूरी तरह सुरक्षित होने का दावा किया है।
विपक्ष को नहीं है भरोसा
इसके बावजूद इसके सपा नेताओं को अधिकारियों पर भरोसा नहीं है। ईवीएम स्ट्रांग रूम के बाहर डटे ऊंचाहार से सपा उम्मीदवार और पूर्व मंत्री मनोज पांडे का कहना है कि जिस तरह वाराणसी, लखनऊ, जौनपुर में घटनाएं हुईं है, उससे साफ हो रहा है कि जनमत की चोरी करने की साजिश हो रही है। यह लोकतंत्र के इतिहास में अब तक नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अधिकारी शासन के इशारे पर काम कर रहे हैं और आयोग किसी भी शिकायत पर संज्ञान नहीं ले रहा है।
छोड़ा घर-बार, बने चौकीदार
रायबरेली में मतदान के बाद से समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं ने अपना घर बार छोड़ रखा है। 15 दिन से अब सब चौकीदार बने ईवीएम की निगरानी में जुटे हैं। गौराबाजार स्थित स्ट्रांग रूम के बाहर रजाई और गद्दे का भी इंतजाम है। होटल से खाने-पीने की व्यवस्था हो रही है। इसके लिए पांच-पांच कार्यकर्ताओं की टोली बनाई गई है, जो इस काम मे पूरी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। इसके साथ ही बीच-बीच में वरिष्ठ नेता भी आते जाते रहते हैं। सपा नेताओं की चिंता चुनाव परिणाम के पहले ईवीएम को लेकर है, जिसके लिए सब अपने घर बार को छोड़कर चौकीदारी में जुटे हुए हैं।