आज भारत दुनिया की नजरों में आगे बढ़ रहा है। भारत दुनिया के सामने सुयोग्य नेतृत्व की वजह से अपनी ताकत का एहसास करवा रहा है। वहीं जल्द ही उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी आर्थिक ताकत बनेगा। यह बातें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 17 मार्च को मुरादाबाद स्थित तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी (टीएमयू) के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कही।
टीएमयू दीक्षांत समारोह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय के 104 छात्र- छात्राओं का गोल्ड मेडल, 103 विद्यार्थियों को सिल्वर और 98 विद्यार्थियों को कांस्य मेडल के साथ डिग्री देकर सम्मानित किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक छात्र के लिए सफलता की सीढ़ी चढ़कर उच्च शिक्षा की उपाधि प्राप्त करना उसके सपने को नई उड़ान प्राप्त करने बराबर होता हैं। प्राचीन गुरुकुलों का नवीनतम स्वरूप यह दीक्षांत समारोह हैं। उन्होंने कहा कि उपनिषद में पढ़ाया बताया गया है सत्यं वद, धर्मम चर, स्वाध्यायनाम प्रबल… अर्थात विपरीत परिस्थितियों में सत्य बोलना, परिश्रम से न घबराना, विरासत का सम्मान करना, अलास्य न करना। मातृ, पितृ, आचार्य, अतिथि देवोभवा का पालन करके खुद को तैयार करना ही हमारे गुरुकुलों के दीक्षांत समारोह होते थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार चार साल में एक करोड़ युवाओं को रोजगार देगी। देश भर में उत्तर प्रदेश शिक्षा का नया केंद्र बनेगा। उत्तर प्रदेश में तीन और नए विश्वविद्यालयों की स्थापना होने जा रही है। उन्होंने कहा कि मुरादाबाद मंडल में बनने वाला राजकीय विश्वविद्यालय मुरादाबाद में बनेगा। शासन स्तर से इसके निर्माण की प्रारंभिक कार्रवाई शुरू हो गई है। सीएम ने शिक्षण संस्थानों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति से जुड़ने का आह्वान किया। योगी जी ने कोरोना संक्रमण काल की सरकार की उपलब्धियां गिनाई। दीक्षांत समारोह में सीएम के अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, शक्ति मंत्री बलदेव सिंह औलख, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह ने भी दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।
टीएमयू के छात्रों को तीर्थंकर महावीर जी के बारे में जानना चाहिए : सीएम योगी
दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अध्यात्म व धर्म पर छात्र- छात्राओं का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि हमारे उपनिषदों के मंत्र प्रत्येक युवा के जीवन में सार्थक होने चाहिए, जीवन में कभी महान अवसर से नही चूकना चाहिए। एक डिग्री से दूसरे डिग्री मे जाने के लिए ये दीक्षांत समारोह आपको प्रेरित करता हैं। तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय आज करीब छह हजार युवाओं को डिग्री दे रहा है,ये दो वर्षो का संयुक्त दीक्षांत समारोह हैं। हम सबको इस परम्परा को जानना चाहिए, यहां के छात्रों को तीर्थंकर महावीर जी के बारे में जानना चाहिए, उनके आचरण, व्यवहार का अध्ययन करना चाहिए। आपके जीवन के विधायें अलग हो सकती हैं, लेकिन मंजिल एक है,सत्य एक ही होता है,उसी सत्य की स्थापना भगवान महावीर जी ने की थी। उनके ज्ञान,संदेश की प्रासंगिकता आज भी है,यहाँ के छात्रों को उनके जीवन के बारे मे जानना चाहिए। कोविड काल में भारत ने दृढ़ निश्चय से दुनिया के सामने एक अनोखा मॉडल प्रस्तुत किया है।