विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) पार्टी के तीनों विधायकों (सवर्णा सिंह, मिश्रीलाल यादव और राजू सिंह) ने बुधवार देर शाम विधानसभा स्पीकर से मिलकर भाजपा में अपना विश्वास जताते हुए भाजपा का दामन थाम लिया। तीनों विधायक के भाजपा में जाने के बाद प्रदेश में अब भाजपा नम्बर गेम में 77 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गयी है।
और भाजपा ने मारी दुलत्ती
उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने 53 प्रत्याशी खड़े किये थे। सूत्रों के अनुसार इसको लेकर भाजपा नाराज थी। इस नाराजगी में भाजपा ने बेचहां विधान सभा सीट के लिए होनेवाले उपचुनाव में बेबी कुमारी को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, यह सीट वीआईपी के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से रिक्त हुई है। परंतु, दोनों पार्टियों में मनमुटाव के कारण यह स्थिति उत्पन्न हो गई कि भाजपा ने पहले सीट पर विद्रोह किया और अब दुलत्ती के रूप में उसके तीनों विधायकों को भाजपा में ले लिया।
साहनी का जाएगा मंत्री पद
राज्य विधान सभा चुनाव में वीआईपी के चार विधायक बने थे, जिसमें से एक विधायक का निधन हो गया था, जबकि पार्टी अध्यक्ष मुकेश साहनी विधान परिषद के सदस्य हैं और वर्तमान सरकार में मंत्री हैं। उनकी विधान परिषद की सदस्यता दो महीने ही शेष है, जिसके बाद उनका मंत्री पद भी जाने की चर्चा है।
संख्या बल में भाजपा अव्वल
243 सीट वाली बिहार विधानसभा में नम्बर गेम की बात करे तो 77 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। दूसरी ओर राजद अब 75 विधायकों के साथ दूसरे नम्बर पर खिसक गयी है। अन्य दलों की बात करे तो जदयू-45, कांग्रेस-19, लेफ्ट-16, एआईआईएम-05 और हम पार्टी के चार विधायक हैं।