Waqf Amendment Bill: 2 अप्रैल (बुधवार) को लोकसभा (Lok Sabha) में 288 मतों से पारित होने के बाद केंद्रीय संसदीय मंत्री (Union Parliamentary Minister) किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने 3 अप्रैल (गुरुवार) को राज्यसभा (Rajya Sabha) में वक्फ विधेयक (Waqf Bill) पेश किया। राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक Waqf (Amendment) Bill पर चर्चा शुरू हो गई है।
करीब 12 घंटे लंबी बहस और नोकझोंक के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक-2025 को बुधवार देररात लोकसभा में पारित कर दिया गया। इस विधेयक के पक्ष में 288 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 232 सांसदों ने मतदान किया। गुरुवार को राज्यसभा में दोपहर एक बजे वक्फ संशोधन बिल पेश किया जाएगा। इस पर राज्यसभा में बहस होगी, उसके बाद वोटिंग की प्रक्रिया होगी।
Union Minister Kiren Rijiju tables the Waqf Amendment Bill 2025 in Rajya Sabha pic.twitter.com/QXZ5JiX9A1
— ANI (@ANI) April 3, 2025
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वक्फ संशोधन विधायक लोकसभा से पारित
आज राज्यसभा सदन की कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा सचिव का संदेश पढ़ा गया कि वक्फ संशोधन विधायक लोकसभा से पारित हो गया है। इसके बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने सभी सदस्यों को एक बजे तक का अपने संशोधन दर्ज कराने के लिए वक्त दिया। इस पर साकेत गोखले ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि विधायक सुबह दो बजे पारित हुआ है। इसकी कॉपी सुबह 11 बजे सदस्यों को प्राप्त हुई है। ऐसे में इतनी जल्दी कैसे सब अपने सुझाव दे सकते है। इसके लिए सदस्यों को थोड़ा समय देना चाहिए। इस पर सभापति ने कहा कि इस पर कोई विचार करने की आवश्यकता नहीं है। पहले भी चर्चा की जा चुकी है।
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किसके पास कितना संख्याबल
मौजूदा सदस्यों की संख्या 236 है और बिल को पास कराने के लिए 119 सदस्यों की जरूरत पड़ेगी। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए की स्थिति राज्यसभा में भी अच्छी है। एनडीए के पास 236 सदस्यों वाले संसद के उच्च सदन में 125 सांसद हैं। भाजपा के 98, जेडी(यू) के चार, एनसीपी के 3, टीडीपी के दो और छह मनोनीत सदस्यों सहित 125 सांसद हैं। यानी बिल पास कराने के लिहाज से एनडीए के पास राज्यसभा में भी बहुमत है। विपक्षी इंडी गठबंधन में 88 सांसद हैं, जिनमें कांग्रेस के 27 और तृणमूल कांग्रेस के 13 सदस्य हैं। अगर नवीन पटनायक की अगुआई वाली बीजेडी के सात सांसद भी इंडी ब्लॉक के साथ आ जाते हैं, तो भी यह संख्या पर्याप्त नहीं होगी।
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