भारतीय जनता पार्टी पश्चिम बंगाल में रथ यात्रा निकालने की योजना पर कार्य कर रही है। इन यात्राओं को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। लेकिन इस रैली के शुरू होने के पहले ही राज्य के मुख्य सचिव ने कहा है कि भाजपा रैली निकालने के पहले स्थानीय प्रशासन से अनुमति प्राप्त करे। इसके कारण रैली पर कुछ समय के लिए ब्रेक लगने की आशंका है।
पश्चिम बंगाल में अप्रैल-मई के बीच 294 सीटों के लिए विधान सभा चुनाव होने हैं। इसके पहले भाजपा एक ‘परिवर्तन यात्रा’ निकालने की तैयारी कर रही है। इसका उद्देश्य राज्य में भाजपा के समर्थन में जनमत जुटाना है साथ ही ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के विरुद्ध वातावरण के निर्माण में जान फूंकना शामिल है। यह यात्रा 6 फरवरी से शुरू करने की योजना है।
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पांच दिशाओं से परिवर्तन यात्रा
टीएमसी को घेरने के लिए पांच अलग-अलग जगहों से परिवर्तन यात्रा निकाली जानी है। यह यात्रा 20 से 25 दिन भ्रमण करेगी। इसकी शुरुआत 6 फरवरी को होनी है। पहली यात्रा को जेपी नड्डा द्वारा नबद्वीप से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाना है। परिवर्तन यात्रा नबद्वीप से शुरू होकर कूचबिहार, काकद्वीप, झाग्राम, तारापीठ में घूमेगी। इस यात्रा में 11 फरवरी को कूचबिहार में अमित शाह के शामिल होने की योजना है। इस बीच नरेंद्र मोदी 7 फरवरी को हल्दिया में केंद्र सरकार की योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इस दौरान पीएम जनसभा को संबोधित करेंगे।
कानून व्यवस्था के नाम पर कोर्ट में याचिका
भाजपा की परिवर्तन यात्रा को ब्रेक लगाने के लिए न्यायालय में भी याचिका दायर की गई है। कलकत्ता उच्च न्यायालय में राम प्रसाद शंकर नामक अधिवक्ता ने जनहित याचिका दायर की है इसमें बताया गया है कि भाजपा की यात्रा से राज्य की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। इसके अलावा कोविड-19 दिशा निर्देशों की दुहाई भी दी गई है।