पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भाग्य का फैसला 3 अक्टबूर को हो जाएगा। भवानीपुर सीट का परिणाम यह तय करेगा कि वे मुख्यमंत्री बनीं रहेंगी या उनकी विदाई होगी। उनकी भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल से कांटे की टक्कर है। कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना कराई जा रही है।
भवानीपुर के आलावा शमशेरगंज और जंगीपुर विधानसभा सीटों पर भी हुए मतदान के परिणाम आने हैं। नंदीग्राम सीट से विधानभा चुनाव हारने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पुरानी और पारंपरिक सीट भवानीपुर से मैदान में उतरी हैं। मतों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो गई है।
कड़ी सुरक्षा में मतगणना
बता दें कि भावनीपुर में कराए गए मतदान में 57 प्रतिशत मतदान हुए हैं। यह कोलकाता में स्थित है और इसे तृणमूल कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता है। यही कारण है कि नंदीग्राम में हारने के बाद ममता बनर्जी अब भवानीपुर से अपनी विधायकी के साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी को सुरक्षित करने उतरी हैं। मतों की गिनती के लिए केंद्रीय बलों की 24 कंपनियां तैनाती की गई हैं। वहीं मतगणना केंद्र पर सीसीटीवी भी लगाया गया है। पश्चिम बंगाल की तीन सीटों के लिए 30 सितंबर को मतदान कराए गए थे।
प्रियंका टिबरेवाल को सता रहा है यह डर
इस बीच भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल को हिंसा का डर सताने लगा है। उन्होंने कलकत्ता उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर परिणाम घोषित होने के बाद संभावित हिंसा को रोकने के लिए कदम उठाने के निर्देश देने का अनुरोध किया है। बीते विधानसभा के परिणाम के बाद पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर हिंसा के रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें अपने, अपने परिवार और समर्थको को निशाना बनाए जाने का डर सताने लगा है।