पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव का असर हर तरफ दिखने लगा है। सभी पार्टियां जहां अपनी ताकत बढ़ाने के साथ ही मतदाताओं को भी रिझाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रही हैं, वहीं मिठाई की दुकानों पर भी चुनावी रंग चढ़ता दिख रहा है। दुकानों पर प्रमुख नेताओं के साथ ही प्रचलित नारे को भी मिठाइयों पर उकेरा गया है। मोदी संदेश और दीदी संदेश नाम से मिठाइयों पर उनकी छवि उकेरी गई है। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी के चुनाव चिह्न वाली मिठाइयां भी बाजार में उपलब्ध हैं।
खेला होबे, जय श्री राम जैसे प्रचिलत नारों वाली मिठाइयां
खेला होबे, जय श्री राम जैसे प्रचिलत नारों वाली मिठाइयां भी दुकानों में उपलब्ध हैं। सफेद और हरे रंग की संदेश मिठाई पर खेला होबे उकेरा गया है। बता दें कि ये नारा सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पार्टी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया है। वहीं जय श्री राम का नारा भारतीय जनता पार्टी ने दिया है। दोनों पार्टियां चुनाव प्रचार के लिए अपने-अपने नारों का इस्तेमाल कर रही हैं। साथ ही बाजार में फेलू मोदक भी उपलब्ध है।
40 से 100 रुपए कीमत
एक दुकानदार ने बताया कि खेला होबे थीम पर संदेश मिठाई बेचने के पीछे कोई राजनैतिक संदेश नहीं है। हम चाहते हैं कि लोग इस नारे से जुड़ें। उन्होंने बताया कि सफेद, हरे और नारंगी रंग की संदेश मिठाई पर खेला होबे लिखा गया है। आकार के हिसाब से संदेश की कीमत 40 से 100 रुपए के बीच है।
ममता ने छोड़ दिया था मंच
बता दें कि एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच शेयर करते समय जय श्री राम के नारे लगाए जाने से ममता बनर्जी काफी नाराज हो गई थीं और वह मंच छोड़कर चली गई थीं। उन्होंने इसे अपनी बेइज्जती बताते हुए भाजपा की आलोचनी की थी, वहीं भाजपा ने इसके लिए ममता बनर्जी को काफी खोरी-खोटी सुनाई थी।
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भाजपा का जय श्री राम
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा था कि पता नहीं दीदी को जय श्री राम से क्या एलर्जी है। भारत में जय श्री राम नहीं बोलेंगे तो क्या पाकिस्तान में बोलेंगे। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुसलमानों के वोट पाने के लिए दीदी जय श्री राम का विरोध कर रही हैं। इस बीच हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे लेकर ममता बनर्जी पर ढोंग करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि घंटों हवन करानेवाली ममता बनर्जी को जय श्री राम बोलेन से पता नहीं क्यों परहेज है।
ममता खेल रही हैं सॉफ्ट हिंदुत्व का कार्ड
बता दें कि पश्चिम बंगाल में भाजपा ने चुनावी समर में हिंदुत्व और जय श्री राम के नारे को लेकर ममता बनर्जी के खिलाफ अभियान चला रखा है। ममता इस बात को लेकर परेशान हैं कि कहीं उनकी पहचान हिंदू विरोधी की न बन जाए, इसलिए उन्होंने अब सॉफ्ट हिंदुत्व का सहारा लिया है। भाजपा के जयश्री राम के जवाब में उन्होंने भगवान शिव का कार्ड खेला है। उन्होंने नामांकन के लिए भी महाशिवरात्रि के पर्व का दिन 11 मार्च को चुना है।
8 चरणों में होंगे मतदान
बता दें कि बंगाल में 8 चरणों में चुनाव कराने की घोषणा की गई है। पिछला विधानसभा चुनाव 7 चरणों में कराया गया था। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को 5 जिलों की 30 विधानभा सीटों पर कराया जाएगा। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को चार जिलों की 30 विधानसभा की सीटों पर कराया जाएगा, वहीं तीसरे चरण में 6 अप्रैल को 31 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। चौथे चरण का मतदान 10 अप्रैल को 44 विधानसभा सीटों पर, पाचवें चरण का मदातन 17 अप्रैल को 44 विधानसभा सीटों पर, छठे चरण में 22 अप्रैल को 43 सीटों पर सातवें चरण में 26 अप्रैल को 36 सीटों पर और अंतिम तथा आठवें चरण में 29 अप्रैल को 35 सीटो पर मतदान कराया जाआगा। मतों की गिनती 2 मई को होगी।