West Bengal: पश्चिम बंगाल में हिंसा और हिंदुओं के विस्थापन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य अमित मालवीय ने कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम को निशाने पर लिया है। उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि फिरहाद हाकिम जैसे व्यक्ति का कोलकाता जैसे ऐतिहासिक शहर का मेयर होना दुर्भाग्यपूर्ण है, जहां कभी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महान विभूतियों ने नेतृत्व किया था।
अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि फिरहाद हकीम सांप्रदायिक और भड़काऊ बयानों के लिए कुख्यात हैं, और अब वे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भरोसेमंद सहयोगी और वरिष्ठ मंत्री के तौर पर हिंदुओं के विस्थापन पर न सिर्फ सफाई दे रहे हैं, बल्कि उस पर संतोष भी जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंगाली हिंदुओं की स्थिति अब कश्मीरी पंडितों जैसी हो गई है, जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न के चलते कश्मीर छोड़कर जम्मू और भारत के अन्य हिस्सों में शरण लेनी पड़ी थी।
फिरहाद हाकिम को याद दिलाई पुरानी बात
मालवीय ने यह भी याद दिलाया कि फिरहाद हाकिम ने एक बार कोलकाता के एक इलाके को “मिनी पाकिस्तान” बताया था और उन्होंने इस्लामिक कानूनों पर आधारित शासन व्यवस्था की वकालत भी की है। उन्होंने दावा किया कि हकीम ने गैर-मुस्लिमों को “दुर्भाग्यशाली” कहा और धर्मांतरण को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों का समर्थन किया है।
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बंगाल का इस्लामीकरण
भाजपा नेता ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस मुद्दे पर चुप रहीं, तो वे एक ऐसे व्यक्ति को बल देने का खतरा उठा रही हैं, जिसकी वैचारिक आकांक्षाएं न केवल उनके नेतृत्व को चुनौती दे सकती हैं, बल्कि बंगाल के इस्लामीकरण की दिशा में और अधिक तेज़ी ला सकती हैं।