मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 फरवरी को एक प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार क्यों जरूरी है। इस दौरान उन्होंने पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का बिन्दुवार ब्यौरा भी रखा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच वर्ष का कार्यकाल हमारी सरकार जब पूरा कर रही है तो स्वाभाविक रूप से 5 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव हुआ था। उस समय प्रदेश की जनता के सामने भारतीय जनता पार्टी ने कुछ संकल्प लिए थे। पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने जो किया है, उस रिपोर्ट को देना मेरा परम दायित्व है।
प्रधानमंत्री के नतृत्व में प्रदेश ने बेहतर काम किया
इस दौरान तीन वर्ष की यात्रा में प्रदेश को बेहतरी से बढ़ाया। अगले दो साल कोविड जीवन और जीविका, दोनों के लिए चुनौती बनकर आयी। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने मजबूत लड़ाई लड़ी। इसे दुनिया ने सराहा । केंद्र ने समय-समय पर गाइडलाइन जारी की। पीएम मोदी ने लगातार प्रदेश के साथ संवाद बनाये रखा।
कोरोना बड़ी चुनौती
योगी न कहा, “आज मैं कह सकता हूं कि 18 से अधिक आयु के सभी लोग पहली डोज ले चुके हैं।” उन्होंने बताया कि किस प्रकार से सरकार ने कोविड के दौरान काम किया। प्रदेश में तीसरी लहर भी कमजोर पड़ गयी है। 15 दिनों में 60 हजार केस कम हुए हैं। कोविड एक ब्रेकर के रूप में समाने आया है लेकिन इस दौरान उत्तर प्रदेश ने मील के पत्थर भी गढ़े हैं।
बेहतर अर्थव्यवस्था
उन्होंने बताया कि पहले छठे सातवें स्थान पर अर्थ व्यवस्था थी। 70 साल में यही स्थिति थी। पांच वर्षों में हम देश में दूसरी अर्थव्यवस्था बनने में सफल हुए। 46 हजार से बढ़कर 94 हजार पर प्रति व्यक्ति आय पहुंची है। बजट का आकार भी हमारा बढ़ा है। निवेश का माहौल बना है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में दूसरे स्थान पर हैं। पहले 15वें स्थान पर थे।
रोजगार
योगी ने कहा कि प्रदेश में नौकरी देने का कार्यवाही को आगे बढ़ाया है। प्रवासी कामगारों की स्किल मैपिंग की। एमएसएमई सेक्टर में व्यापक पैमाने पर ऋण उपलब्ध कराया। रोजगार पैदा हुआ। बेरोजगारी दर तीन प्रतिशत पर आ गया। पहले 16 से 17 प्रतिशत थी। यह सफलता पाने के बाद आत्मसन्तुष्टि लेकर बैठ जाएं, ऐसा नहीं होना चाहिए। आगे और भी करने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश नम्बर एक क्यों नहीं हो सकता है।
सुरक्षा और कानून-व्यवस्था
सुरक्षा, कानून व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था सपना था। पुलिस बल में भर्ती नहीं हो पाती थी। लगभग डेढ़ लाख पुलिस भर्ती हुई। कोई भेदभाव नहीं हुआ। 46 हजार पुलिस कर्मियों के प्रमोशन की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया। पुलिस के आधुनिकीकरण पर भी काम किया। प्रदेश में अधिकाधिक जगह पुलिस लाइन नहीं थी, थाने के लिए भूमि नहीं थी। तकनीक से दूर-दूर सम्बन्ध नहीं था। साइबर थाने केवल दो थे। आज यूपी देश के उन राज्यों के समक्ष है जो तकनीक के रूप में आगे बढ़ रहा है।
पुलिसकर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी
मुख्यमंत्री ने बताया कि पांच वर्ष में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या में तीन गुना बढ़ोत्तरी हुई है। हर ग्राम पंचायत महिला पुलिस बीट निर्धारित किया है। पांच वर्षों में कोई आतंकी घटना नहीं हुई। कोई भी दंगा नहीं हुआ। अपराध नियंत्रण में हमें सफलता मिली है। पहले की सरकारें यह करने में फेल रही हैं। हमने चार पुलिस कमिश्नरेट लागू किया। हर थाना में रहने की सुविधा दी। तमाम रिफार्म किया गया। एनसीआरबी का डेटा भी गवाह है कि उत्तर प्रदेश में लूट, हत्या, डकैती, अपरहण जैसे अपराधों में कमी आई है। धर्मांतरण विरोधी कानून बनाया। दंगा विरोधी क्षति पूर्ति कानून बनाया गया।
अब कोई दंगा नहीं होता
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि बसपा में 364 और सपा में 700 से अधिक दंगे हुए। 2017 से अब तक कोई दंगा नहीं हुई है। इसका मतलब यह नहीं कि सरकार चुपचाप बैठी है। एटीएस की स्थापना भी की जा रही है। आज प्रदेश की छवि बदली है। उत्तर प्रदेश देश में निवेश के लिए अच्छा गंतव्य बना है।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश के सह प्रभारी अनुराग ठाकुर, अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष लालजी निर्मल, सांसद कौशल किशोर, महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला समेत अन्य लोग मौजूद रहे।