दिल्ली से लेकर महाराष्ट्र तक कई दशकों तक राजनीति (Politics) में पंख फैलाने वाले शरद पवार (Sharad Pawar) ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। इस फैसले के बाद से उनके समर्थक काफी भावुक हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी के नए मुखिया को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। अजित पवार (Ajit Pawar) ने शरद पवार का इस्तीफे पर हामी भरी है। दूसरी ओर, पार्टी के अन्य नेता शरद पवार के अलावा किसी और को नया अध्यक्ष मानने को तैयार नहीं हैं। एनसीपी कार्यकर्ता धरना शुरू कर अपनी मांग को लेकर अड़े हैं। इस पर एनसीपी (NCP) के राष्ट्रीय महासचिव प्रफुल्ल पटेल ने शरद पवार को मनाने का आश्वासन दिया है।
गौरतलब हो कि एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने 2 मई 2023 को मुंबई के वाई बी चव्हाण सभागृह में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने की घोषणा कर दी। शरद पवार ने कहा कि प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप वलसे-पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़, फौजिया खान, धीरज शर्मा, सोनिया दोहन आदि नेताओं की समिति बनाकर नए अध्यक्ष का चुनाव कराया जाए।
शरद पवार आजीवन अध्यक्ष: कार्यकर्ता
इसके बाद एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल, सुनील तटकरे, प्रफुल्ल पटेल, जितेंद्र आव्हाड, छगन भुजबल, अनिल देशमुख आदि नेताओं ने शरद पवार से अपना फैसला वापस लेने की मांग की। इसके अलावा विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार ने कहा कि शरद पवार को एक न एक दिन पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ना ही था। इसलिए अब उनके द्वारा सुझाई गई कमेटी के जरिए ही नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। शरद पवार के मार्गदर्शन में नया अध्यक्ष दक्ष बनेगा। अजित पवार के इस बयान के बाद एनसीपी कार्यकर्ताओं ने शरद पवार से आजीवन अध्यक्ष पद पर बने रहने की मांग की। नाराज एनसीपी कार्यकर्ताओं ने धरना शुरू कर दिया है, जिसके बाद शरद पवार के आवास पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।