झारखंड (Jharkhand) की राजनीति (Politics) के लिए आज का दिन बेहद अहम है। राज्य में राजनीतिक गतिविधियां (Political Activities) तेज हो गयी हैं। चंपई सोरेन (Champai Soren) ने राज्य के नए मुख्यमंत्री (Chief Minister) के रूप में शपथ ली। बता दें कि सोरेन सरकार सोमवर (5 फरवरी) को विधानसभा (Assembly) में फ्लोर टेस्ट (Floor Test) के जरिए अपना बहुमत (Majority) साबित करेगी।
मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने दावा किया है कि उनके पास बहुमत है, लेकिन भाजपा दावा कर रही है कि ये फ्लोर टेस्ट हमारे पक्ष में होगा। दोनों तरफ से तीखे बयान दिए जा रहे हैं।
रांची लौटे गठबंधन सरकार के विधायक
बता दें कि विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने के लिए हैदराबाद के रिसॉर्ट में रोके गए गठबंधन सरकार के विधायक रांची लौट आए हैं। इन विधायकों में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के विधायक शामिल हैं। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और चंपई सोरेन के सीएम पद की शपथ लेने के बाद इन विधायकों को तेलंगाना भेज दिया गया था।
फ्लोर टेस्ट में शामिल हो सकते हैं पूर्व सीएम हेमंत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रांची की एक विशेष अदालत ने शनिवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 5 फरवरी को राज्य विधानसभा में विश्वास मत में भाग लेने की अनुमति दे दी। हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी को एक मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इस दौरान हेमंत ने राजभवन जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
कौन हैं चंपई सोरेन?
चंपई सोरेन झारखंड विधानसभा के सदस्य हैं। वर्तमान में वह झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी से सरायकेला विधानसभा सीट से विधायक हैं। कैबिनेट मंत्री के तौर पर वह हेमंत सोरेन सरकार में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।वर्तमान में चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री हैं।
बहुमत का आंकड़ा 41
81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 है। गठबंधन पर नजर डालें तो चंफाई सरकार के पास बहुमत के लिए 46 से ज्यादा विधायकों का समर्थन है। आपको बता दें कि झारखंड विधानसभा की 81 सीटों में से एक सीट खाली है। ऐसे में 80 सीटों पर बहुमत का आंकड़ा 41 है।
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