बजट सत्र (Budget Session) के दौरान संसद (Parliament) में खूब हंगामा हुआ है। सत्र का पहला चरण हो या दूसरा, विपक्ष () अलग-अलग मुद्दों पर सरकार को घेरता रहा है। इस बीच केंद्र सरकार (Central Government) शुक्रवार (21 मार्च) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) द्वारा पेश किए जाने वाले बजट को पारित करवा सकती है। इसको लेकर भाजपा (BJP) ने सभी सांसदों (MPs) को व्हिप (Whip) भी जारी किया है।
दूसरी ओर, कांग्रेस (Congress) ने भी अपने सांसदों को संसद में मौजूद रहने के लिए व्हिप जारी किया है। कांग्रेस के कुछ सांसदों का कहना है कि सरकार अब बजट पर आगे चर्चा किए बिना सीधे गिलोटिन के जरिए बजट पारित करवा सकती है। गिलोटिन संसदीय रणनीति का हिस्सा है, जिसके जरिए बिना चर्चा के किसी विधेयक को पारित करवाया जा सकता है।
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लोकसभा में आज लागू होगा गिलोटिन
शुक्रवार को लोकसभा गिलोटिन का इस्तेमाल करेगी। संसदीय परंपरा में गिलोटिन का इस्तेमाल भी हर समय नहीं किया जाता है, बल्कि महत्वपूर्ण मौकों पर किया जाता है। विधायी भाषा में गिलोटिन का मतलब होता है वित्तीय कार्यों को एक साथ लाना और उसे जल्दी से जल्दी पारित करवाना।
लोकसभा में गिलोटिन का क्या मतलब है?
गिलोटिन का मतलब है वित्तीय कामकाज को एक साथ लाना और उसे जल्दी से जल्दी पारित करना। बजट सत्र के दौरान यह एक आम प्रक्रिया है। गिलोटिन लागू होने के बाद बाकी अनुदान मांगों पर बिना किसी चर्चा के मतदान होता है, ताकि तय समय में बजट पारित हो सके और सरकार बिना किसी देरी के अपना काम जारी रख सके।
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