महाराष्ट्र विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के पहले ही दिन शिवसेना विधायक भास्कर जाधव ने विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नकल उतारकर उनका मजाक उड़ाने की कोशिश की। उनके इस तरह के व्यवहार पर सदन में हंगामा हो गया। नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने इसका विरोध किया और माफी के साथ ही उनके निलंबन की भी मांग की। विपक्ष के हंगामा करने पर जाधव ने कहा कि वे अपने हावभाव और शब्दों को वापस ले रहे हैं, लेकिन विपक्ष ने माफी मांगने पर जोर दिया। उसके बाद सदन को दो बार 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया। आखिर में भास्कर जाधव ने माफी मांग ली।
यहां से शुरू हुआ विवाद
विवाद तब शुरू हुआ, जब ऊर्जा मंत्री नितिन राउत एक सवाल का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि वह इस बार 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने का अपना वादा पूरा नहीं कर पाए। इस दौरान राउत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी प्रत्येक के खाते में 15 लाख रुपए देने का वादा किया था। इस पर फडणवीस ने कहा कि पीएम ने ऐसा कभी नहीं कहा था। इस बीच भास्कर जाधव ने पीएम की नकल करने की कोशिश की।
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क्या कहा फडणवीस ने?
इस पर नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने कहा, सदन में नेताओं का इस तरह अपमान करने की प्रथा मत शुरू करो। इस तरह की किसी भी बात का मैं विरोध करता हूं। फडणवीस ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी इस सदन के सदस्य नहीं हैं, वह यहां जवाब देने नहीं आ सकते, इसलिए उनकी नकल करना गलत है।
क्या कहा सुधीर मुनगंटीवार ने?
यदि कोई नेता मुख्यमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करता है, तो यह उनका अपमान है, तो क्या यह प्रधानमंत्री का अपमान नहीं है? यह सदन लोकतंत्र का मंदिर है। यहां किसी का मजाक मत उड़ाओ। यह किसी पार्टी का मुद्दा नहीं है।