भारतीय जनता पार्टी की अगली सरकार के गठन की तैयारी शुरू हो गयी है। इसके साथ ही योगी सरकार-2 में मंत्री बनने के लिए विधायक अपनी गोटी बिठाने में जुट गये हैं। नवनिर्वाचित विधायकों का पार्टी के कद्दावर नेताओं से मिलने का सिलसिला जारी है। सियासी गलियारों में तो मंत्रियों के संभावित नामों पर चर्चा हो रही है।
पार्टी के सूत्रों के अनुसार चर्चा कुछ भी हो लेकिन ज्यादातर मंत्री वापसी करने जा रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा जैसे कद्दावर नेताओं का स्थान बरकरार रहने वाला है। सरकार का गठन होली बाद होने के बाद किए जाने की बात कही जा रही है। इसे लेकर प्रदेश से केंद्र तक के भाजपा नेताओं में जबरदस्त उत्साह है।
योगी आदित्यनाथ का भव्य स्वागत
दो दिवसीय दिल्ली दौरे से वापस लखनऊ पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अमौसी एयरपोर्ट पर पार्टी नेताओं ने स्वागत किया है। दोबारा पूर्ण बहुमत मिलने के बाद योगी ने दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, धर्मेन्द्र प्रधान, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष जैसे नेताओं से मुलाकात की।
आगे की रणनीति बनाने में जुटे मुख्यमंत्री
प्रदेश की राजधानी पहुंचते ही मुख्यमंत्री आगे की रणनीति बनाने में जुट गये हैं। नयी सरकार और प्रदेश में होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री आवास पांच कालिदास मार्ग पर कोर कमेटी की बैठक हुई है। बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल, केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा मौजूद रहे।
विधानसभा के बाद विधान परिषद चुनाव पर नजर
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में एमएलसी के लिए 35 सीटों पर चुनाव होने हैं। पार्टी उन सीटों पर उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है। इस बैठक में संभावित नामों पर चर्चा होनी है। पूरी तैयारी के साथ पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी। भाजपा को उम्मीद है कि सभी सीटों पर उसे जीत मिलने वाली है। अगर ऐसा हुआ तो उप्र विधान परिषद में भाजपा का अब तक का सबसे बड़ा नंबर होगा।