शिवसेना के गढ़ दादर में अब युवा सेना का दम चलेगा। कभी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को चित करके इस विधान सभा सीट पर शिवसेना का झंडा सदा सरवणकर ने लहराया था। लेकिन उनके आगे अब पार्टी के युवराज की ओर से ही चुनौती मिलनी शुरू हो गई है।
शिवसेना में युवा नेताओं की दखल जोर से शुरू है। इसमें कई निष्ठावान नेता घर बैठने को मजबूर हो गए हैं। यदि स्थिति नहीं संभली तो एक विधायक अगले चुनाव में घर बैठ जाएगा। राजनीतिक सूत्रों के अनुसार शिवसेना के गढ़ दादर मागिम में अब ठाकरे परिवार की नई पीढ़ी ने लक्ष्य देना शुरू कर दिया है। युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे शिवसेना में युवा नेताओं की नई टीम खड़ी कर रहे हैं। इसलिए दादर माहिम विधान सभा में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से आए आदित्य शिरोडकर को सक्रिय कर दिया गया है।
सहसंपर्क प्रमुख पुणे के सक्रिय दादर में
कुछ महीनों पहले ही आदित्य शिरोडकर ने शिवसेना में प्रवेश किया था। इसके बाद उन्हें पुणे का सहसंपर्क प्रमुख बनाया गया है, परंतु वे सक्रिय दादर-माहिम में हैं। इसमें टीकाकरण अभियान के माध्यम से वे क्षेत्र में अपना जनसंपर्क बढ़ाने में लगे हैं, हालांकि यह टीकाकरण अभियान संस्था के नाम से है परंतु, इसके पीछे का हेतु साध्य होने की दिशा में है, जो विद्यमान विधायक सदा सरवणकर के लिए खतरे की घंटी है।
सरवणकर का विरोध
शिवसैनिकों से मिली जानकारी के अनुसार दादर-माहिम क्षेत्र में विधायक सदा सरवणकर का तीव्र विरोध है। कई नगरसेवक उनके खिलाफ हैं। ऐसे में विशाखा राऊत का नाम सामने आ रहा था, परंतु उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है। ऐसे में युवा नेतृत्व के उदय की बात सामने आई, जिसमें शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे ने युवा नेतृत्व खड़ा करने की कमान संभाल ली है। इसी के अंतर्गत आदित्य शिरोडकर को पर्यायी तौर पर तैयार किया जा रहा है।
मनसे से छीनी सीट
2009 के चुनाव में दादर माहिम विधान सभा सीट से शिवसेना ने आदेश बांदेकर को टिकट दिया था। उनके सामने कांग्रेस से सदा सरवणकर ने चुनौती दी थी। इस चुनाव में दोनों की हार हुई और मनसे के नितिन सरदेसाई ने जीत अर्जित की।