अफगानिस्तान पर तालिबान की पकड़ दिनोंदिन मजबूत होती जा रही है। अमेरिकी सेना की वापसी के बाद उनकी ताकत और बढ़ गई है और वे अपनी मनमानी करने के लिए ज्यादा आजाद हो गए हैं। इस स्थिति में भारत को चौकस रहने की जरुरत है। अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद जम्मू-कश्मीर में भी स्थितियां बदलती दिख रही हैं।
खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में इस केंद्र शासित प्रदेश में छह आतंकी समूहों ने घुसपैठ की है। बताया जा रहा है कि इनके निशाने पर देश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान और लोग हो सकते हैं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के करीब 60 युवकों के गायब होने की भी जानकारी है।
30 आतंकियों पर नजर
देश की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार ऐसे करीब 30 आतंकी हैं, जिनसे जम्मू-कश्मीर के साथ ही देश को खतरा है।एजेंसियां उनके बारे में पता लगाने की कोशिश कर रही हैं। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर से 60 युवकों के लापता होने से भी सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ गई है। एजेंसियो को शक है कि ये युवक आतंकी संगठन या तालिबान के साथ जुड़ गए हैं। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने इन युवकों के गायब होने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि ये कहकर गए थे, कि काम से जा रहे हैं, लेकिन वापस नहीं आए हैं।
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बढ़ गई हैं हिंसक घटनाएं
दरअस्ल जम्मू-कश्मीर में एक महीने में ट्रेंड में काफी बदलाव आए हैं। जो घाटी पिछले कुछ सालों से शांत थी, वहां एक महीने से हिंसक घटनाएं बढ़ गई हैं। हालांकि ज्यादातर आतंकी कार्रवाई को सुरक्षाबलों ने निष्फल कर दिया और आतंकी या तो पकड लिए गए या मार गिराए गए।
हम हैं तैयार
एजेंसियों का दावा है कि कम से कम 300 आतंकियों ने एक बार फिर एलओसी के आसपास कैंपों में डेरा डाल दिया है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया है कि वे हर तरह की सावधानी बरत रहे हैं और वे हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।