गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी गेट के बाहर पीएसी जवानों पर हमला करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी आतंकियों का खास माड्यूल था। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) को मुर्तजा के लैपटॉप में कई चौंकाने वाले साक्ष्य मिले हैं। मुर्तजा का विदेशी कनेक्शन भी मिला है। इतना ही नहीं, वह कई आतंकी संगठनों के संपर्क में था।
खुफिया एजेंसियों के मुताबिक वह गोरखनाथ मंदिर में बड़ी आतंकी वारदात की फिराक में था, लेकिन अवसाद के चलते उसने बीच में ही यह घटना कर दी। मुर्तजा इतना शातिर है कि उसने अपने मोबाइल से डेटा डिलीट कर दिया है। ऐसे में पुलिस उसका सीडीआर निकलवा रही है। पुलिस को उम्मीद है कि सीडीआर (काल डिटेल रिकाॅर्ड) से भी कई चौंकाने वाले राज सामने आ सकते हैं।
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मोबाइल से डिलीट कर चुका है डेटा, सीडीआर निकलवा रही एटीएस
पीएसी जवानों पर हुए हमले को लेकर रात में ही यूपी पुलिस ने मामले की विवेचना एटीएस को सौंप दी थी। एटीएस टीम आरोपित के लैपटाॅप, मोबाइल को गंभीरता से खंगाल रही थीं। छानबीन के दौरान पता चला कि खुद को मानसिक रोगी बताने वाला मुर्तजा बेहद शातिर है। उसके लैपटाॅप में तमाम ऐसे डेटा मिले हैं, जिससे यह पता चलता है कि वह आतंकी संगठनों के संपर्क में था और गोरखनाथ मंदिर में बड़ी वारदात करने की तैयारी कर रहा था। इसे लेकर वह लगातार आतंकी संगठनों के संपर्क में था। मोबाइल का डेटा वह पहले ही डिलीट कर चुका था, जबकि वह पुलिस कर्मियों को पूछताछ में लगातार यह बता रहा था कि उसकी मानसिक स्थिति अच्छी नहीं है। 2017 से उसकी दवा चल रही है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि अवसाद के चलते उसने पहले ही पीएसी जवानों पर हमला कर दिया।
मुर्तजा की गतिविधियों के चलते ही उसे छोड़कर चली गई थी पत्नी
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक मुर्तजा किसी कंपनी में केमिकल इंजीनियर था। उसकी गतिविधियों के चलते ही अक्टूबर 2020 में उसे कंपनी से निकाल दिया गया था। उसकी हरकतों से तंग आकर उसकी पत्नी भी उसे छोड़कर चली गई थी।
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