तमिलनाडु में कुन्नूर के पास भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मौत हो गई। देश में इतने बड़े और महत्वपूर्ण व्यक्ति की आकस्मिक मौत से पूरा देश स्तब्ध है। इस दुर्घटना के सही कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। ब्लैक बॉक्स को वायु सेना ने जब्त कर लिया है और जल्द ही उसकी जांच के बाद हादसे के कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में घटना की त्रिपक्षीय जांच की घोषणा की है।
इसके बावजूद हादसे में बिपिन रावत की मौत को लेकर कई लोग संदेह जता रहे हैं। वे पूछ रहे हैं कि इसके पीछे कोई षड्यंत्र तो नहीं है। इस तरह के लोगों को भारतीय वायु सेना ने फटकार लगाई है और उनसे जांच रिपोर्ट आने तक कोई निष्कर्ष नहीं निकालने का आग्रह किया है।
वायुसेना ने ट्वीट कर की अपील
“भारतीय वायु सेना ने 8 दिसंबर, 2021 को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने लाए जाएंगे। तब तक, मृतकों की प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए निराधार अफवाहों से बचें।”
IAF has constituted a tri-service Court of Inquiry to investigate the cause of the tragic helicopter accident on 08 Dec 21. The inquiry would be completed expeditiously & facts brought out. Till then, to respect the dignity of the deceased, uninformed speculation may be avoided.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 10, 2021
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इन नेताओं ने जताई है शंका
बता दें कि शिवसेना सांसद संजय राउत और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की पार्टी टीएमसी समेत कुछ नेताओं ने हादसे में षड्यंत्र होने की शंका जाहिर की है। हालांकि किसी ने भी इस बारे में कोई दावा नहीं किया है और उन्होंने घटना की जांच कराने की मांग की है।