अमेरिका-चीन के बीच सैन्य जोर आजमाइश की तमाम कोशिशों के बीच अमेरिकी नौसेना ने दक्षिण चीन सागर में विध्वंसक पोत भेजा है। अमेरिका ने जहां इसे गश्ती अभियान करार दिया वहीं चीन ने इसका विरोध कर लौट जाने के निर्देश दिए।
चीन को अमेरिकी ने दिया ऐसा उत्तर
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बुधवार को दक्षिण चीन सागर में चीन नियंत्रित द्वीपों के पास अमेरिकी नौसेना का एक विध्वंसक पोत देखा गया। चीन नियंत्रित जल क्षेत्र में अमेरिकी विध्वंसक पोत की मौजूदगी पर चीन की ओर से आपत्ति आई तो अमेरिका ने यह तो स्वीकार किया कि उसकी नौसेना ने विध्वंसक पोत भेजा है किन्तु दावा किया कि यह रणनीतिक समुद्री मार्ग के माध्यम से नौवहन की स्वतंत्रता को रेखांकित करने वाला गश्ती अभियान है। इस विध्वंसक पोत ‘यूएसएस बेनफोल्ड’ ने पैरासेल द्वीप समूह को पार किया और उसके बाद दक्षिण चीन सागर में इसका परिचालन जारी रहा। अमेरिकी नौसेना के 17वें बेड़े ने एक विज्ञप्ति में दावा किया कि अभियान ने समुद्र में अधिकारों, स्वतंत्रता और कानूनी उपयोग को बरकरार रखा।
On July 13 (local time) USS Benfold (DDG 65) asserted navigational rights and freedoms in the South China Sea near the Paracel Islands, consistent with international law. Read more: https://t.co/VbHoAZYhTc pic.twitter.com/7fL1MSQB50
— 7th Fleet (@US7thFleet) July 13, 2022
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चीन ने कहा तुम पर नजर है
चीनी रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट पर कर्नल तियान जुनली के हवाले से कहा गया कि क्षेत्र से बेनफोल्ड के गुजरने पर चीन की दक्षिणी थिएटर कमान ने इसकी गतिविधियों पर नजर रखी और इसे वहां से चले जाने को कहा। चीन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि सैन्य क्षेत्र में हमारे सैनिक दक्षिण चीन सागर में राष्ट्रीय संप्रभुता, सुरक्षा, शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए हर समय चौकस रहते हैं।